रेलवे का निजीकरण के विरोध में ईसीआरकेयू ने किया प्रदर्शन
भारतीय रेलवे को निजीकरण व निगमीकरण करने और रेलवे बोर्ड द्वारा रिस्ट्रक्चरिग के विरोध में शनिवार को ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन ने यांत्रिक कारखाना के मुख्य द्वार पर विरोध प्रदर्शन किया।
समस्तीपुर। भारतीय रेलवे को निजीकरण व निगमीकरण करने और रेलवे बोर्ड द्वारा रिस्ट्रक्चरिग के विरोध में शनिवार को ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन ने यांत्रिक कारखाना के मुख्य द्वार पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान एक सभा आयोजित हुई। अध्यक्षता कारखाना शाखा सचिव रामदयाल महतो ने की। यूनियन के नेताओं ने केंद्र सरकार हाय-हाय, रेलवे बोर्ड पर अपनी मनमानी करना बंद करो, निजी कंपनियों के हाथों से रेलवे को दूर करो आदि नारे लगाए। मंडल मंत्री केके मिश्रा ने कहा कि केंद्र सरकार एक ओर भारतीय रेलवे को निजी कंपनियों को सौंपने का सिलसिला जारी रखा है तो दूसरी ओर रेलवे यूनियनों व संगठनों को कमजोर करने की भी साजिश रची जा रही है। इसमें कारखाना विस्तार के लिए पीओएच को यथाशीघ्र चालू करना, नए रेट से इन्सेंटिव का भुगतान करना एवं जनवरी से दिसंबर 2020 तक का जो भी खाली जगह है, उसे प्रकाशित कर पदोन्नति की प्रक्रिया आरंभ करने की मांग की। यूनियन के पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों ने एक साथ विरोध का आह्वान किया। कहा कि एकता के बल पर यूनियन के साथ हर लड़ाई में कदम से कदम मिलाकर चलने का संकल्प लिया। कर्मचारियों ने यूनियन को यह विश्वास दिलाया कि हर लड़ाई में उनके साथ है। मौके पर रविन्द्र नाथ झा, मनोज कुमार, राज कुमार, सतीश कुमार चौधरी, उमेश प्रकाश, संतोष कुमार निराला, राजू राय, अमरजीत कुमार, अरविद कुमार, शिव शंकर राय, राम बाबू झा, राजीव रंजन, लक्ष्मण कुमार, सुबोध कुमार मिश्रा, विनोद पासवान, राजकुमार राय आदि उपस्थित रहे।