परंपरागत तरीके से मनी बुढवा मंगल होली
मोरवा स्थित खुदनेश्वर स्थान मंदिर परिसर में बुढ़वा मंगल होली कार्यक्रम हर्षोल्लासपूर्वक मनाया गया।
समस्तीपुर । मोरवा स्थित खुदनेश्वर स्थान मंदिर परिसर में बुढ़वा मंगल होली कार्यक्रम हर्षोल्लासपूर्वक मनाया गया। वर्षो पुरानी रीति-रिवाज को निभाते हुए खुदनेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति की ओर से परंपरागत तरीके से इसे मनाया गया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने स्वयंभू शिवलिग खुदनेश्वर एवं शिव उपासक खुदनी बीबी की मजार सहित स्थापित बारह ज्योर्लिंगों की विशेष पूजा अर्चना की। साथ ही रंग अबीर चढ़ाने के बाद एक दूसरे को रंग अबीर लगाया। मंदिर परिसर में पारंपरिक होली गीत गाये गए। बता दें कि होली के बाद आने वाले प्रथम मंगलवार को बुढवा मंगल कहा जाता है। मंदिर में बुढ़वा मंगल होली मनाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। इसको लेकर बाबा खुदनेश्वरनाथ स्थान से ढ़ोल, डफली, झाल, मृदंग के साथ होली गीत गाते हुए क्षेत्र में शोभा यात्रा निकाली गई। बुढवा मंगल होली समारोह में चंदौली, मोरवाडीह, हरसिगपुर, महेशपुर, आनंदपुर गांव के कीर्तन मंडली शामिल हुए। इस अवसर पर मंदिर समिति के अध्यक्ष इंद्रदेव शर्मा, सचिव प्रसन्न कुमार झा, सत्य नारायण चौधरी, रामाशंकर मिश्र, विजय लाल, रामकृष्ण राय, सुशील प्रसाद वर्मा, गंगा प्रसाद मिश्र, दिनेश झा, उपेंद्र झा, यशोदानन्द झा, रविन्द्र चौधरी, विभूतिनाथ झा,मदन चौधरी, रामकुमार चौधरी, बिरीया देवी, सरपंच उमेश झा, बाबू मिश्र, चंदन भारती, विजय झा, शंभू झा, संजय झा, श्यामबाबू मिश्र, विनोद राय, बेचन शर्मा सहित कई गांवों से आए शिवभक्तों और श्रद्धालु उपस्थित हुए।