सदर अस्पताल में आग से बचने के बेहतर इंतजाम, एग्जिट गेट चिह्नित
सदर अस्पताल के इंडोर वार्ड में प्रवेश को लेकर व्यवस्था में बदलाव किया गया है। लक्ष्य योजना के तहत सौंदर्यीकरण के काम से अस्पताल की तस्वीर बदल गई है। सदर अस्पताल में मरीजों को महानगरों के निजी अस्पताल की तरह सुविधाएं देने का प्रयास किया जा रहा।
समस्तीपुर । सदर अस्पताल के इंडोर वार्ड में प्रवेश को लेकर व्यवस्था में बदलाव किया गया है। लक्ष्य योजना के तहत सौंदर्यीकरण के काम से अस्पताल की तस्वीर बदल गई है। सदर अस्पताल में मरीजों को महानगरों के निजी अस्पताल की तरह सुविधाएं देने का प्रयास किया जा रहा। इंडोर में मरीजों को बेहतर सुविधा देने को लेकर नया प्रयास किया जा रहा। ऐसे मरीजों को इंफेक्शन से बचाने के लिए वार्ड में अनावश्यक रूप से स्वजनों की भीड़ पर पाबंदी लगा दी गई है। इंडोर में प्रवेश करने के लिए हाईटेक इंतजाम के साथ सभी स्थानों पर साइन बोर्ड लगाया गया है। बोर्ड पर अंकित रंग के अनुसार संबंधित वार्ड में पहुंचने के लिए फर्श पर लाइनिग की गई है। सबसे बेहतर इंतजाम अगलगी की घटनाओं से बचाव को लेकर किया गया है। इसमें आग लगने के दौरान परिसर से बाहर निकलने वालों रास्तों को भी चिह्नित कर दिया गया है।
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मरीज से एक बार मिल सकेंगे एक ही स्वजन
सदर अस्पताल के वार्ड में बिना आई कार्ड के नहीं जाने दिया जाएगा। यहां पर भी बड़े अस्पतालों की तरह मरीज से मिलने के लिए सुरक्षा गार्ड को आई कार्ड दिखाना होगा। इसके लिए जिला स्वास्थ्य विभाग वार्ड में दाखिल मरीजों के स्वजन का पहचान पत्र देखकर रजिस्टर में एंट्री दर्ज कर रहा है। इसके बाद ही स्वजन मरीज से मिल सकेंगे। इतना ही नहीं, सदर अस्पताल में मरीजों से मिलने का समय भी निर्धारित किया गया है और एक साथ कई लोग मरीज से मिलने वार्ड में नहीं जा सकेंगे। वर्तमान में अमूमन एक मरीज को देखने के लिए आधा दर्जन से अधिक लोग एक साथ वार्ड में पहुंच जाते थे। इस वजह से वार्ड के अंदर अनावश्यक भीड़ लगी रहती है। इससे मरीज के साथ-साथ डाक्टर और नर्स को भी असुविधा होती है। मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए अस्पताल प्रशासन प्रयासरत है। इसी कड़ी में मरीजों से मिलने वाले परिजन और रिश्तेदारों के लिए नई व्यवस्था की जा रही है। मरीज से एक बार में एक ही स्वजन मिल सकेंगे। मरीजों का इंफेक्शन से होगा बचाव
वार्ड में भर्ती मरीजों को इंफेक्शन से बचाने के लिए भीड़ को कम किया जा रहा। इससे अस्पताल परिसर में साफ-सफाई भी रहेगी। एंट्री के लिए एक मात्र दरवाजा खुला रहेगा। जिससे वार्ड में भर्ती मरीजों की सुरक्षा भी रह सकेगी। अस्पताल प्रशासन की ओर से आशा को भी अपने ड्रेस में रहकर आई कार्ड के साथ आने को कहा गया है। दलालों की एंट्री पर भी लगेगी रोक
सदर अस्पताल की व्यवस्था दुरुस्त होने के साथ ही दलालों की एंट्री पर भी रोक लगेगी। इससे मरीजों को बरगलाकर दलाल प्राइवेट अस्पताल में नहीं ले जा सकेंगे। इन दिनों अस्पताल में दलालों की सक्रियता से गरीब मरीजों की जेब ढीली हो रही है। इससे उनका आíथक शोषण होता है। वर्जन
मरीज के दाखिल होने के समय मुख्य द्वार पर एक रजिस्टर बनाया गया है। उसी समय मरीज के नाम और बेड नंबर का ब्योरा दिया जाएगा। वार्ड के गेट पर सुरक्षा गार्ड तैनात किया गया है। मरीज से एक बार में एक ही परिजन मिल सकेंगे। अस्पताल में मरीजों को बेहतर इलाज के साथ साफ-सफाई बनी रहेगी, इसके लिए व्यवस्था में बदलाव किया जा रहा है। इससे स्वास्थ्य विभाग के साथ मरीजों और परिजनों को भी सुविधा मिलेगी।
डॉ. अमरेंद्र नारायण शाही
उपाधीक्षक, सदर अस्पताल, समस्तीपुर