कृषि को उद्योग का दर्जा, मजदूरों को मिले रोजगार : राजद
कोरोना से आज सूबे के लोग जंग लड़ रहे है। जिसमें सबसे बड़ी समस्या 30 लाख प्रवासी मजदूरों का रोजगार को लेकर बनती जा रही है। वर्तमान सरकार सिर्फ घोषणाओं के सहारे रोजगार उपलब्ध कराने में जुटी है। कितु इस संकट की घड़ी में सरकार को विपक्ष को विश्वास में लेकर कार्य करना चाहिए।
समस्तीपुर । कोरोना से आज सूबे के लोग जंग लड़ रहे है। जिसमें सबसे बड़ी समस्या 30 लाख प्रवासी मजदूरों का रोजगार को लेकर बनती जा रही है। वर्तमान सरकार सिर्फ घोषणाओं के सहारे रोजगार उपलब्ध कराने में जुटी है। कितु, इस संकट की घड़ी में सरकार को विपक्ष को विश्वास में लेकर कार्य करना चाहिए। मोहिउद्दीननगर में उक्त बातें विधायक सह राजद के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. एज्या यादव ने कहीं। उन्होंने कहा कि सूबे की जो हालत है, उसके लिए जरूरी है कि खेती को उद्योग का दर्जा मिले। कृषि आधारित उद्योग मिलने से यहां के मजदूरों को कहीं अलग भटकना नहीं पड़ता। जिसके लिए सरकार को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर चर्चा करनी चाहिए। विधायक ने निदा करते हुए कहा कि एक तरफ श्रमिक भुखमरी के बीच घर पर बेरोजगार बैठे हैं तो दूसरी ओर एनडीए नेताओं के द्वारा कहा जा रहा है कि अब बिहार में अपराध बढेगा। वार्ता के दौरान क्वारंटाइन सेंटरों में लूट खसोट, प्रवासियों का शोषण, भ्रष्टाचार सहित सभी बिंदुओं पर चर्चा करते हुए सरकार को आड़े-हाथ लेते हुए कहा कि पूरे बिहार में अराजकता की स्थिति है। बलुआही स्थित एएंडई फार्मेसी कॉलेज में प्रेस वार्ता के साथ-साथ राजद कार्यकर्ताओं को भी संबोधित कर रही थी। जिसमें राजद के प्रदेश के नेता अशोक कुमार राय, अमरनाथ राय, दिनेश राय आदि मौजूद रहे।