पुश्तैनी जमीन के बंटवारे में सगे भाइयों में खूनी खेल
समस्तीपुर। मुफस्सिल थाने के कर्पूरीग्राम में पुश्तैनी जमीन के बंटवारे को लेकर सगे भाई एक-दूसरे के खून के प्यासे बने हैं। आपसी रंजिश के कारण एक के बाद एक दो भाइयों की हत्या हो गई।
समस्तीपुर। मुफस्सिल थाने के कर्पूरीग्राम में पुश्तैनी जमीन के बंटवारे को लेकर सगे भाई एक-दूसरे के खून के प्यासे बने हैं। आपसी रंजिश के कारण एक के बाद एक दो भाइयों की हत्या हो गई। पहले छोटे भाई की हत्या, इसके दो साल बाद दूसरे भाई को भी गोली मारकर हत्या। घरों के दो चिराग बुझ गए। एक ही परिवार में सगे भाइयों के बीच खूनी खेल शुरू हो गया। ग्रामीणों की मानें तो मृतक के पिता आगेंद्र सिंह के चार पुत्र थे। इनमें सबसे बड़े पुत्र शंकर सिंह की मौत बीमारी के कारण हो गई थी। उन्होंने पुत्रों के बीच जमीन का बंटवारा नहीं किया था। इस कारण भाइयों के बीच काफी दिनों से मनमुटाव चल रहा था। दो वर्ष पूर्व इसका रंग और गहरा हो गया। आगेंद्र सिंह ने अपने तीसरे पुत्र चौधरी अभय शंकर सिंह के नाम अपने हिस्से की कुछ जमीन रजिस्ट्री कर दी और घर छोड़कर उसके साथ रहने लगे। पिता के इस व्यवहार से सगे भाइयों में दरार पड़ गई। इसको लेकर कई बार पंचायत भी हुई। इसका सकारात्मक नतीजा नहीं निकला। वर्ष 2017 में 16 जून को कर्पूरीग्राम के समीप अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिग कर आगेंद्र सिंह के छोटे पुत्र उमाशंकर सिंह उर्फ गब्बर सिंह को गोलियों से भून डाला। इस बाबत मृतक की पत्नी चंचल देवी के बयान पर एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इसमें मृतक की वृद्ध माता समेत उसके बड़े भाई चौधरी अभय कुमार सिंह उर्फ चंदन सिंह, भतीजा विक्रम सिंह उर्फ मिट्ठू सिंह, शत्रुघ्न राय को आरोपित किया था। घटना के पीछे भूमि विवाद बताया गया था। इसके बावजूद भाइयों के बीच विवाद शांत नहीं हुआ। अब पिता की पुश्तैनी जमीन पाने के लिए दूसरे पुत्र अजय सिंह उर्फ लोहा सिंह और चौधरी अभय शंकर सिंह दोनों भाइयों के बीच तकरार शुरू हो गई। इस विवाद का परिणाम हुआ कि दोनों भाई अपने पुश्तैनी मकान को छोड़कर किराए के मकान में रहने लगे। 10 मई 2018 को चांदोपट्टी के समीप बाइक सवार अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिग कर अजय सिंह उर्फ लोहा सिंह के पुत्र सन्नी कुमार गंभीर रूप जख्मी कर दिया। हालांकि, इस घटना में वे बाल-बाल बच गए। इसके बाद सात अगस्त 2019 को कर्पूरीग्राम स्थित उसके आवास पर चढ़कर फायरिग कर की। इसमें सन्नी सिंह की पत्नी श्रुति सिंह के हथेली में गोली लगी। इस बाबत पीड़िता के बयान पर मुफस्सिल थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई। इसमें सन्नी के चाचा चौधरी अभय सिंह उर्फ चंदन सिंह और चचेरा भाई ठाकुर विक्रम सिंह उर्फ मिठू सिंह समेत चार लोगों को नामजद किया गया था। पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार किया। चार्जशीट के बाद मामला रफा दफा हो गया। मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि सात अक्टूबर को बाइक सवार अपराधियों ने चौधरी अभय सिंह उर्फ चंदन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के पीछे भूमि विवाद बताया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
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दोहरे हत्याकांड का आरोपित रह चुका है सन्नी
कर्पूरीग्राम वार्ड पांच निवासी अजय शंकर सिंह उर्फ लोहा सिंह के पुत्र चंद्रेशखर सिंह उर्फ सन्नी साल 2016 में दोहरे हत्याकांड का नामजद आरोपित रह चुका है। 29 फरवरी 2016 को जितवारपुर और कोरबद्धा में दो युवक राकेश और महेश के गायब होने का मामला प्रकाश में आया था। पुलिस ने 3 मार्च 2016 को पातेपुर और वैशाली का दोनों युवक का शव बरामद किया। इस संबंध में राजेश कुमार उर्फ रुपेश के पिता ने मुफस्सिल थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसमें कर्पूरीग्राम निवासी सन्नी सिंह समेत दो अन्य लोगों को आरोपित किया गया था।