आया था मोहर्रम में भाग लेने, मिली मौत
पूसा, संस : मो. संजूर व उसके परिजनों को यह भी पता नहीं था कि शुक्रवार की शाम आज उसकी आखिरी शाम होगी।
पूसा, संस : मो. संजूर व उसके परिजनों को यह भी पता नहीं था कि शुक्रवार की शाम आज उसकी आखिरी शाम होगी। पर होनी को शायद कोई नहंी टाल सकता है। घटना की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। जो जहां था वहीं से ही सदर अस्पताल पहुंच गया। बेझाडीह से संजूर की बहन शमीना अपने शौहर के साथ सदर अस्पताल पहुंची तो उसके होश ही उड़ गए। अपने छोटे भाई को जमीन पर लेटा देखकर उसे अभी भी नहीं लग रहा था कि उसकी मौत हो चुकी है। पर होनी तो किसी के हाथ में नहंी है। संजूर की पत्नी असगरी खातून अपने मैके में है। अभी तक परिजनों ने इसकी सूचना नहीं दी थी। पर बहन के रुदन और क्रंदन से पूरा माहौल गमगीन हो गया। उसे क्या पता था कि आज उसका आखिरी दिन होगा। वह बेचारा तो मुहर्रम में शामिल होने यहां आया था। ग्रामीणों की मानें तो अपराधियों का उद्देश्य संजूर की हत्या का नहंी था। दरअसल वह किसी और को मारने यहां आया था, पर गलती से उसे गोली लग गई, और उसकी मौत भी हो गई। पर घटना की कलई तो तभी खुलेगी जब गोली मारने वाला अपराधी पुलिस पकड़ में आएगा और सारी बातों का खुलासा करेगा।