अब हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवा रहीं हैं महिलाएं
सहरसा। अखिल भारतीय विद्यार्थी द्वारा महिला सशक्तिकरण के राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत सप्ताह व्याप
सहरसा। अखिल भारतीय विद्यार्थी द्वारा महिला सशक्तिकरण के राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत सप्ताह व्यापी मिशन साहसी कार्यक्रम संपन्न हुआ। प्रकटीकरण कार्यक्रम का उदघाटन रमेश झा महिला कॉलेज की प्राचार्य डा. रेणु ¨सह, एमएलटी कॉलेज के प्राचार्य डा. राजाराम प्रसाद, राष्ट्रीय खिलाड़ी एवं सिनेट सदस्य मनीषा रंजन, डा. रजनीश रंजन, एवं सिनेट सदस्य भरत ¨सह ने दीप प्रज्वलित कर एवं स्वामी विवेकानंद व मां सरस्वती के तेल चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया।
संबोधित करते हुए रमेश झा महिला कॉलेज की प्राचार्य डा. रेणु ¨सह ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि विपरीत परिस्थितियों में जिन अभिभावकों ने मिशन साहसी से जोड़ने का काम किया वे नमन के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएं अब कमजोर नहीं रही है। कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं जहां महिलाएं अपने हुनर व साहस का लोहा न मनवा रही हो। एमएलटी कालेज के प्राचार्य ने कहा कि विद्यार्थी परिषद अनवरत रचनात्मक अभियान चलाकर समाज को जागृत कर रहा है, जो बेहद सराहनीय है। सिनेट सदस्य मनीषा रंजन ने कहा कि अब कोई महिलाओं को अबला न समझे, आज की महिला काफी सबल हो चुकी है। देश की सेना से लेकर अंतरिक्ष के अभियान अपनी महत्ती भूमिका अदा कर रही है। विभाग प्रचारक संतोष कोसी ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि तुत ही सरस्वती लक्ष्मी हो और तुम्ही अत्याचार से लड़कर समाप्त करनेवाली साक्षात काली दुर्गा हो। डा. रजनीश रंजन ने कहा कि भारत में जन्म लेनेवाला प्रत्येक हिन्दू राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का सदस्य है। भरत ¨सह जोशी ने कहा कि विद्यार्थी परिषद घटनाओं के बाद कैंडिल मार्च एवं काला बिल्ला जैसे कार्यक्रमों से अपने दायित्व का निर्वाह करने की अपनी पुरानी परंपरा को समाप्त कर अत्याचार के खिलाफ महिलाओं को सशक्त कर रहा है। मिशन साहसी इसी की एक कड़ी है।
नगर उपाध्यक्ष विकास मिश्र की अध्यक्षता एवं आंचल आनंद के मंच संचालन में मोना ¨सह ने परिषद गीत प्रस्तुत किया। विषय प्रवेश कार्यक्रम प्रमुख आकृति व धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम नियंत्रक प्रेरणा ¨सह ने किया। प्रशिक्षक अर¨वद कुमार मुन्ना ने छात्राओं को कर्राटे, मार्शल आर्ट एवं जुड़ों का हुनर बताकर उत्साह वर्द्धन किया। इस अवसर पर मोनू झा, सागर कुमार नन्हें, मोना, आकांक्षा, अनामिका, डॉल, मोनी, सोनी आदि मौजूद रहे।