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स्कूल-कालेज के बच्चों में पढ़ने का कौशल किया जाएगा विकसित

संसू नवहट्टा (सहरसा) स्कूल कालेज में पढ़ने का कौशल विकसित किया जाएगा। इसके तहत विद्याल

By JagranEdited By: Published: Sun, 03 Jul 2022 05:25 PM (IST)Updated: Sun, 03 Jul 2022 05:25 PM (IST)
स्कूल-कालेज के बच्चों में पढ़ने का कौशल किया जाएगा विकसित

संसू, नवहट्टा (सहरसा) : स्कूल, कालेज में पढ़ने का कौशल विकसित किया जाएगा। इसके तहत विद्यालय, महाविद्यालय में पुस्तकालय में विभिन्न तरह की गतिविधियों का आयोजन किया जाना है। यह आयोजन नेशनल रीडिग मिशन के तहत हो रहा है। इसमें बच्चों में पढ़ने का कौशल विकसित किया जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2022 के तहत बच्चों में पढ़ने की क्षमता विकसित करना है।

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अभियान का उद्देश्य

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शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी ने स्पष्ट किया है कि इस अभियान का उद्देश्य बच्चों के पठन कौशल के विकास करना है। ऐसा होने से उन्हें आजीवन सीखने का मौका मिलेगा। पठन कौशल विद्यार्थियों को स्वतंत्र रूप से पढ़ने , शब्दावली विकसित करने तथा अपनी बात को मौखिक रूप से रखने, लिखित रूप से व्यक्त करने के लिए प्रेरित करता है ।

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जिला स्तर पर बनेगी समिति

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नेशनल रीडिग मिशन को नेतृत्व देने के लिए जिला स्तर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी की अगुआई में रीडिग मिशन का जिला स्तरीय संचालन समिति गठित किया जाएगा। जिसकी देखरेख में तमाम गतिविधियां आयोजित की जाएगी।

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कई तरह की गतिविधियां होगी आयोजित

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रिडिग मिशन के तहत विभिन्न तरह की गतिविधियों का आयोजन स्कूल, कालेज में तथा पुस्तकालय में किया जाएगा। सेमिनार , संगोष्ठी , कार्यशाला , बच्चों को पढ़ने के लिए शपथ दिलाना , निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही सशक्तिकरण के लिए पेंटिग, स्लोगन के साथ सामूहिक दौड़ और पुस्तक दान अभियान , समाज के अन्य लोगों को इस अभियान में साथ जोड़ने ,पुस्तकालय का संचालन पढ़ने की आदत डालने के लिए नुक्कड़ नाटक , जादु , लोक कलाओं का चित्रण आदि तमाम गतिविधियां आयोजित की जाएगी।

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पढ़ने की क्षमता में आ रही गिरावट

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एनुअल स्टेट्स आफ एजुकेशन रिपो‌र्ट्स 2018 के अनुसार पढ़ने के कौशल के प्रदर्शन में गिरावट आई है। प्रथम संस्था द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2018 में कक्षा पांच के बमुश्किल 35.1 प्रतिशत सरकारी स्कूल के बच्चे कक्षा दो के पाठ को पढ़ने में सक्षम पाए गए। जबकि 2008 में पांचवी कक्षा के 62.8 प्रतिशत छात्र दूसरी कक्षा के पाठ्य पुस्तक को पढ़ने में सक्षम रहें। उस समय राष्ट्रीय औसत 53.1 फीसद थी। वर्ष 2021 की रिपोर्ट में भी गिरावट की बात सामने आई है।

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100 दिन का है अभियान

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पठन कौशल विकसित करने का यह अभियान 100 दिन का है। इसके तहत 19 जून को नेशनल रीडिग डे मनाया गया। इसके बाद रीडिग सप्ताह , रीडिग महीना मनाया जाएगा। पढ़ने की कुशलता बढ़ाने के लिए विभिन्न तरह की गतिविधियां कराई जा रही हैं।

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कोट

इस अभियान से बच्चों में पढ़ने का कौशल विकसित होगा। पढ़ने के प्रति लगाव बढ़ने से ज्ञान अर्जन होगा।

सत्य प्रकाश सिंह, बीईओ नवहट्टा


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