अब केकरा सहारे जियब हो दादा.
सहरसा। काशनगर ओपी क्षेत्र के मोरा गांव निवासी रिटायर फौजी नारद महतो के इलाज हेतु पीएमसी
सहरसा। काशनगर ओपी क्षेत्र के मोरा गांव निवासी रिटायर फौजी नारद महतो के इलाज हेतु पीएमसीएच ले जाने के दौरान हुई मौत के बाद बुधवार को जैसे-जैसे लोगों को सूचना मिली लोग मृतक के घर पहुंचने लगे। दूसरी ओर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था।
मृतक की पत्नी शशिकला देवी रोते हुए कह रही थी अब केकरा सहारे जियब हो दादा., वहीं, माता चंद्रकला देवी रो-रोकर बार-बार बेहोश हो जा रही थी। इस घटना से काफी गमगीन माहौल बना हुआ है।
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समय से नहीं पहुंचे अस्पताल
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मंगलवार की शाम हुई घटना में घायल नारद महतो का इलाज ससमय हुआ होता तो बच सकते थे। परिजनों का कहना था कि नारद महतो के साथ हुई घटना के बारे मे ससमय अगर किसी ने जानकारी दी होती तो शायद बच जाते। घर पहुंचने में विलंब होता देख दूरभाष के माध्यम से सम्पर्क किए जाने पर नारद ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि मैं मर जाऊँगा। इतना सुनते ही घर के सभी सदस्य मोटरसाइकिल से घटना स्थल पर पहुंचे। जहां देखा कि घायल स्थिति में नारद महतो सड़क किनारे अचेत पड़े हैं। जो लगभग आधा घण्टा तक घटना स्थल पर ही मदद के भरोसे पड़े थे।
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पुलिस गाड़ी से पहुंचाया गया अस्पताल
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परिजनों द्वारा ओपी पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुँची काशनगर ओपी पुलिस की गाड़ी से घायल नारद महतो को इलाज हेतु सोनवर्षा राज पीएचसी लाया गया।लेकिन पीएचसी में समुचित व्यवस्था नहीं होने से सहरसा रेफर कर दिया गया। सहरसा पहुंचने पर सदर अस्पताल ने भी पीएमसीएच रेफर कर दिया। बिना इलाज इस रेफर के चक्कर में नारद महतो की मौत हो गई।