बिना सूचना दिए भूमिहीन का घर तोड़ा
सहरसा। बिना वैकल्पिक व्यवस्था के इस ठंड में अंचलाधिकारी द्वारा घर पर किसी सदस्य को नहीं देख
सहरसा। बिना वैकल्पिक व्यवस्था के इस ठंड में अंचलाधिकारी द्वारा घर पर किसी सदस्य को नहीं देख घर को उजाड़ कर बेघर कर दिया। जिसकी जानकारी अन्यन्त्र जगह मजदूरी कर रहे भूमिहीन व्यक्ति अजगैवा पंचायत के वार्ड नं.11 बेलदारी निवासी कपिलदेव महतो, दिनेश महतो, सोबिन्द्र महतो को मिली तो रोते-बिलखते पूरे परिवार के साथ प्रखंड मुख्यालय पहुंच कर सीओ को अनुपस्थित देख बीडीओ रचना भारतीय को लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी। दिये आवेदन में पीड़िता ने कहा वर्षो पूर्व से हमलोग बिहार सरकार के सर्वसाधारण की जमीन पर घर बना कर परिवार व बच्चे का भरण पोषण करती हूं एवं उक्त जमीन की बासगीत पर्चा के लिये कई दफा अंचल प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन व लोक निवारण तक गुहार लगा चुके हैं। जिसको अंचलाधिकारी द्वारा नजरअंदाज कर गांव के दबंग लोगों के मेल में आकर बुधवार को शाम तीन बजे घर तोड़ दिया ओर घर में रखे सभी खाने-पीने का समान व अन्य चीज को छत विक्षत कर दिया। इस जमीन के अलावा मुझे बास की कोई अन्य जमीन नहीं है अब हमलोग खुले आसमान में बिना घर के इस ठंढ़ में कैसे रहेंगे। कहा कि अगर हमारी समस्या को निदान नहीं किया गया तो हम सभी परिवार अंचल प्रशासन के खिलाफ बासगीत पर्चा नहीं मिलने तक अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल को बाध्य होंगे। बीडीओ को आवेदन देते समय पीड़िता के साथ माकपा के अंचल मंत्री ब्यास प्रसाद यादव, कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष चमकलाल यादव, सीटु श्रमिक प्रखंड अध्यक्ष कुलानंद कुमार, रमेश शर्मा, जालेश्वर पासवान, बासुदेव यादव, मो. युसूफ उर्फ भुटो, बहादुर सादा सहित अन्य थे।
उक्त समस्या को लेकर बीडीओ ने कहा बिना वैकल्पिक व्यवस्था के इस ठंड में भूमिहीन व्यक्ति को घर उजाड़ना मानवता नहीं है। अतिक्रमण जब वहाँ दर्जनों लोगों के द्वारा किया गया है तो सभी को हटाना चाहिये। एक ही व्यक्ति का घर हटाना न्यायोचित नहीं है। उक्त समस्या की जानकारी जिला के वरीय अधिकारी को दी जाएगी।