अनशन पर बैठे कार्यपालक सहायकों की बिगड़ी हालात
सहरसा : 2014 के पैनल से शेष बचे अभ्यर्थियों के नियोजन की मांग को लेकर मंगलवार को स्टेडियम
सहरसा : 2014 के पैनल से शेष बचे अभ्यर्थियों के नियोजन की मांग को लेकर मंगलवार को स्टेडियम के सामने आमरण अनशन पांचवें दिन भी जारी रहा। जिला चयन समिति के पैनल में सूचीबद्ध कार्यपालक सहायक अभ्यर्थियों ने डीएम को नियोजन हेतु ज्ञापन समर्पित किया तथा नियोजन का लिखित आश्वासन प्राप्त होने तक आमरण अनशन जारी रखने की घोषणा की है। तीसरे दिन से ही चार चयनित अभ्यर्थी मो खालिद, अरविन्द कुमार, ओमप्रकाश व रविन्द्र कुमार शर्मा की हालत बिगड़ रही है। चौथे दिन सोमवार को खालिद की हालत अधिक ¨चताजनक हो गई है, जिसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चौथे दिन सदर एसडीओ शंभूनाथ झा व एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी ने अनशन स्थल पर पहुंचकर कार्यपालक सहायकों से बात की, परंतु वार्ता विफल रहा। सदर एसडीओ शंभूनाथ झा ने बताया कि प्रशासन कार्यपालक सहायकों से सहानुभूति रखता है, परंतु नियमों के तहत ही कोई कार्रवाई संभव है। इधर, पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना, पूर्व जिप उपाध्यक्ष रितेश रंजन, लोजद नेता प्रवीण आनंद आमरण अनशन स्थल पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली। पूर्व विधायक ने स्थल से ही जिलाधिकारी से बात कर कार्रवाई का अनुरोध किया। जबकि एक अनशनकारी को अस्पताल पहुंचाया।
दूसरी ओर अनशनकारियों ने कहा कि जबतक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी, चाहे जान देना पड़े, अनशन जारी रहेगा। इनलोगों ने आवेदन के माध्यम से कहा कि आदर्श आरक्षण रोस्टर के अनुरूप रिक्त पदों एवं भविष्य की संभावित रिक्ति को देखते हुए जिला स्तरीय चयन समिति के द्वारा 317 कार्यपालक सहायकों का पैनल संधारित किया गया। जिसमें 147 अभ्यर्थियों का नियोजन जिला के विभिन्न विभागों में किया गया। शेष अबतक नियोजन की प्रत्याशा में हैं। आवेदकों ने कहा कि वर्तमान समय में पंचायती राज विभाग द्वारा प्रत्येक पंचायत में एक- एक कार्यपालक सहायकों को नियोजित करने का निदेश दिया गया है। बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन से मांगे गए मार्गदर्शन पत्र के अन्तर्गत 2014 के कार्यपालक सहायकों के पैनल की वैधता अवधि समाप्त होना, जिला स्तरीय चयन समिति द्वारा कतिपय कारणों से अनुमोदित नहीं हो सका। अर्थात पैनल की वैधता समाप्त समाप्त नहीं की गई। जिला स्थापना समिति के पत्र के अनुसार पैनल की वैधता अवधि 13 फरवरी 2019 प्रतीत होता है। आवेदकों ने जिलाधिकारी से 170 अभ्यर्थियों का भविष्य बचाने के लिए 2014 पैनल के अनुसार नियोजन की मांग की। अनशन स्थन पर विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक मोनू झा समेत कई अन्य लोग मौजूद रहे।