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बहनों ने भाइयों की लंबी उम्र के लिए रखा उपवास

सहरसा। जिले में भैया दूज पर्व हर्षोल्लास के साथ संपन्न हो गया। बहनों ने दिन भर उपवास रखकर पू

By JagranEdited By: Published: Sat, 10 Nov 2018 02:02 AM (IST)Updated: Sat, 10 Nov 2018 02:02 AM (IST)
बहनों ने भाइयों की लंबी उम्र के लिए रखा उपवास
बहनों ने भाइयों की लंबी उम्र के लिए रखा उपवास

सहरसा। जिले में भैया दूज पर्व हर्षोल्लास के साथ संपन्न हो गया। बहनों ने दिन भर उपवास रखकर पूजा अर्चना कर अपने भाई की लंबी उम्र की कामना की। भैया दूज कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाए जानेवाला हिन्दू धर्म का प्रमुख पर्व है। जिसे यम द्वितीया भी कहते है। भाई-बहन के आत्मीय रिश्ता पर केन्द्रित इस भैया दूज में बहनों ने उपवास रखकर अपने भाई की आरती उतारी तथा उनके लंबी उम्र की कामना भगवान यमराज से की। वहीं कई जगहों पर बहनें आसन पर चावल के घोल से चौक बनाती है और इस चौक पर भाई को बिठा कर बहनें उनके हाथों की पूजा करती है। भैया दूज पर्व के महत्व के बारे में कहा जाता है कि सूर्य पुत्री यमुना ने अपने भाई यमराज को आमंत्रित किया कि वह उसके घर आकर भोजन ग्रहण करें। लेकिन व्यस्तता के कारण यमराज उनका आग्रह टाल जाते थे। कार्तिक शुक्ल द्वितीया को यमराज ने यमुना के घर जाकर उनका सत्कार ग्रहण किया और भोजन भी किया। यमराज ने अपनी बहन को वर दिया कि जो भी इस दिन यमुना में स्नान करके बहन के घर जाकर श्रद्धापूर्वक उसका सत्कार ग्रहण करेगा उसे व उसकी बहन को यम का भय नहीं रहेगा।तभी से यह पर्व यम द्वितीया के नाम से प्रसिद्ध हो गया। इसे भातृ द्वितीया या भाई दूज भी कहते है। शहर के बटराहा में समाजसेवी नर¨सह मोदी के आवास पर आसपास से जुटी बहनों ने एकसाथ मिलकर पूजा अर्चना की। बहनें निक्की, शांति देवी, सुषमा, सावित्री, मौली, लवली, उर्मिला देवी आदि ने कही कि इस पर्व का हमें हर वर्ष इंतजार रहता है। भाई की लंबी उम्र की कामना करते हुए सुख समृद्धि की कामना की।

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