कारू खिरहरि स्थान में लोगों ने किया दुग्धाभिषेक
सहरसा। शारदीय नवरात्रा के सातवें दिन महपुरा स्थित संत बाबा कारू खिरहरि स्थान में हजारों क
सहरसा। शारदीय नवरात्रा के सातवें दिन महपुरा स्थित संत बाबा कारू खिरहरि स्थान में हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने लोक प्रसिद्ध पशु कल्याणकारी देव संत बाबा कारू खिरहरि का दुग्धाभिषेक किया। लोगों ने बाबा को दूध चढाकर पशुओं और लोगों के कल्याण की कामना की। इस दौरान हर तरफ हो रहे भगैत से माहौल भक्तिमय बना रहा। श्रद्धा के इस जनसैलाब के बीच बाबा का भस्म और प्रसाद स्वरूप खीर लेने के लिए लंबी कतार लगी रही।
पूजा को लेकर सड़कों और पूर्वी कोशी तटबंध पर वाहनों की लंबी कतार से श्रद्धालुओं के भीड़ का अंदाजा दूर से लगाया जा सकता था। इस संबंध में मंदिर के महंथ उपेंद्र खिरहर, कमेटी के सदस्य सह पंचायत के मुखिया नरेश कुमार यादव, विजय सिंह ने बताया कि इस वर्ष भी श्रद्धालुओं द्वारा बाबा को दो सौ से ढाई सौ क्विटल दूध चढ़ाए गए हैं। बाबा का श्रद्धालुओं द्वारा किए गए दुग्धाभिषेक के कारण मंदिर से निकली दूध की धारा कोशी नदी में गिरती रही। कारू बाबा के दर्शन को सहरसा जिले के अतिरिक्त सुपौल, मधेपुरा, खगड़िया, दरभंगा, मधुबनी सहित उत्तर प्रदेश सहित पड़ोसी देश नेपाल से श्रद्धालु पहुंचे थे।
----
प्रसाद के लिए देर शाम तक बनती रही खीर
---
श्रद्धालुओं के बीच वितरण होने वाले प्रसाद के लिए मंदिर सेवा कमेटी की निगरानी में देर शाम तक खीर बनाई जाती रही। प्रसाद वितरण के लिए महिला व पुरुष के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई थी। जिसमें सुरक्षाकर्मियों द्वारा कमेटी के सहयोग से श्रद्धालुओं को कतारबद्ध करवाया गया था। इस दौरान महिषी थानाध्यक्ष कमलेश कुमार सहित सहित महिषी थाना के सभी पदाधिकारी, सीओ अरविन्द कुमार सिंह, कमिटी सदस्य विजेन्द्र खिरहर, बैजनाथ खिरहर, विभुति खिरहर, मिथिलेश खिरहर, ललन खिरहर, हरदेव खिरहर, कमलेश्वरी खिरहर, निराला सहित अन्य मौजूद रहे।
----
पूजा-अर्चना को पहुंचे सांसद महिषी: सातवें दिन विशेष पूजा के दौरान दोपहर बाद मधेपुरा के सांसद दिनेश चन्द्र यादव पहुंचे और संत बाबा कारू खिरहर के दरबार में माथा टेका। इस दौरान उन्होंने ने कहा कि इस तरह के पवित्र स्थल देश में बहुत ही कम स्थलों पर है। इसके समुचित विकास को लेकर उनके स्तर से प्रयास किया जाएगा।
--आस्था---
-बाबा को दूध चढाकर पशुओं और लोगों के कल्याण की कामना की
-बाबा को दो सौ से ढाई सौ क्विटल चढ़ाए गए हैं दूध