निचले पायदान पर खड़े लोगों को रोजगार के योग्य बनाएं
सहरसा। बिहार महादलित विकास मिशन द्वारा अनुसूचित जाति/जनजाति के व्यक्तियों में कौशल विकास के
सहरसा। बिहार महादलित विकास मिशन द्वारा अनुसूचित जाति/जनजाति के व्यक्तियों में कौशल विकास के लिए सर्वेक्षण कार्यक्रम चलाया जाएगा। यह सर्वेक्षण विकास मित्रों द्वारा किया जाएगा। इस सर्वेक्षण से पूर्व विकास मित्रों की कार्यशाला डीआरसीसी में आयोजित की गई। जिला पदाधिकारी शैलजा शर्मा इस कार्यशाला में उपस्थित थीं। इस अवसर पर जिला पदाधिकारी ने सभी विकास मित्रों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का मूल मकसद समाज के सबसे पिछले पायदान पर खड़े व्यक्तियों को योग्य बनाकर उन्हें रोजगार प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि आप सब को यह देखना है कि प्रशिक्षण उनकी रूचि, योग्यता तथा बाजार की मांग के अनुसार दी जाय। किन्हीं के पास यदि किसी पेशे का अनुभव, हुनर या योग्यता है वे उसी क्षेत्र में वे प्रषिक्षण लें। उन्होंने कंप्यूटर ट्रे¨नग का फायदा बताते हुए कहा कि इससे कैरियर को आगे का रास्ता खुलता है। इसकी बाजार में मांग भी है। विकास मित्रों को इस सर्वे में इसलिए लगाया गया है कि आप उनकी क्षमता, योग्यता, समस्याओं को भली भांति जानते हैं। उप विकास आयुक्त राजेश कुमार ¨सह ने कहा कि सर्वे कार्यक्रम में सबसे महत्वपूर्ण कार्य उपयुक्त ट्रेड का चयन है। वैसा ट्रेड चयनित हो, लाभुक जिसके योग्य हो तथा जिसकी बाजार में मांग हो। उन्होंने कहा कि कंप्यूटर ट्रे¨नग जरूर दिलाएं। सिर्फ सहरसा जिले में हाल के दिनों में 200 लोगों को कंप्यूटर आधारित सरकारी नौकरी दी जानी है। डीडीसी ने कहा कि जीविका द्वारा भी बहुत तरह का रोजगार मुहैया कराया जा रहा है। रोजगार प्राप्ति में उसकी भी सहायता लें। बीएससीएम.द्वारा जिले में 36 सेंटर पर कुशल युवा कार्यक्रम चलाया जा रहा है। सर्वे के बाद अनुसूचित जाति/जनजाति के युवक/युवतियों को ब्यूटीशियन, इलेक्ट्रिशियन, मखाना प्रोसे¨सग, मत्स्य पालन, पॉल्ट्री, जैविक खेती, राज मिस्त्री, पेंटर, सिलाई मशीनन ऑपरेटर आदि 26 रोजगारन्मुख विधाओं में प्रशिक्षण दिया जाएगा। मौके पर जिला कल्याण प्रबंधक, सहायक प्रबंधक आदि मौजूद रहे।