कृषि अनुसंधान केन्द्र के जैम, जेली का स्वाद चखेंगे लोग
सहरसा। मंडन भारती कृषि महाविद्यालय सह अनुसंधान केन्द्र अगवानपुर में अब जैम जेली का निर्माण कि
सहरसा। मंडन भारती कृषि महाविद्यालय सह अनुसंधान केन्द्र अगवानपुर में अब जैम, जेली का निर्माण किया जाएगा। फलों एवं सब्जियों से तैयार इन खाद्य सामग्रियों को कम कीमत में बाजार में उतारा जाएगा। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है।
जानकारी के अनुसार कृषि महाविद्यालय सह अनुसंधान केन्द्र अगवानपुर परिसर में 90 लाख की लागत से फलों एवं सब्जियों के प्रसंस्करण एवं संरक्षित इकाई का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा विद्यार्थियों के प्रायोगिक ज्ञान एवं व्यवसायीकरण हेतु इकाई निर्माण के लिए इसकी स्वीकृति प्रदान की थी। इस इकाई के निर्माण होने से जहां कृषि महाविद्यालय मे अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को फलों एवं सब्जियों से बनने वाली जैम, जेली निर्माण के दौरान प्रयोगिक ज्ञान से अवगत कराया जाएगा। वहीं व्यवसायिक ²ष्टिकोण से निर्मित सामानों को कम कीमत में बाजार में उतारा जाएगा। वैज्ञानिकों के अनुसार तैयार इन खाद्य सामग्री में प्रोटीन, विटामिन आदि तत्व शामिल रहेगा जो लोगों के लिए लाभप्रद होगा।
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भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा छात्र-छात्राओं के प्रायोगिक ज्ञान एवं व्यवसायिक ²ष्टिकोण से फलों एवं सब्जियों के प्रसंस्करण की स्वीकृति दे दी गई है। इस इकाई मे फलों एवं सब्जियों से जैम, जेली आदि का निर्माण किया जाएगा।
डॉ. उमेश सिंह, प्राचार्य
मंडन भारती कृषि महाविद्यालय, अगवानपुर।