न हो रही बारिश, न नहर से छोड़ा जा रहा पानी
सहरसा। इस बार वर्षा कम होने के कारण धान के फसल पर इसका प्रतिकूल असर पड़ने की संभावना
सहरसा। इस बार वर्षा कम होने के कारण धान के फसल पर इसका प्रतिकूल असर पड़ने की संभावना है ¨सचाई की समुचित व्यवस्था नहीं रहने के कारण किसान बारिश कम होने पर अपने खेत में लगे धान का पटवन सही तरीके से नहीं कर पाते हैं। ¨सचाई विभाग द्वारा हर खेत में पानी पहुंचाने के लिए बनाए गए नहर से भी किसानों को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है और नहर में समय से पानी नहीं छोड़ा जाता है जिसके कारण उससे किसानों को कोई लाभ नहीं मिल पाता है।
सौर बाजार के विभिन्न पंचायतों के दर्जनों किसानों ने कहा कि सरकार किसानों के ¨सचाई की व्यवस्था के लिए ना तो स्टेट बो¨रग की व्यवस्था कर रही है और ना ही नहर में पानी छोड़ा जा रहा है ऐसे में किसानों द्वारा लगाए गए फसल का भगवान ही मालिक है। यदि प्रकृति की इच्छा हुई तो फसल की पैदावार अच्छी होगी और अगर प्रकृति की कृपा नहीं होगी तो अच्छी फसल नहीं होगी। आज के इस वैज्ञानिक युग में भी किसान प्राकृतिक पर ही निर्भर हैं इतने सारे उपकरण और अविष्कार होने के बावजूद भी किसानों के खेत की पटवन की समस्या के लिए सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। बस डीजल अनुदान देकर खानापूरी कर देती है। गम्हरिया पंचायत के किसान महादेव यादव ,लालबहादुर यादव बैजनाथपुर के किसान नरेश यादव, संजीव यादव,कपलेश्वर कुमार, तीरी के किसान रमेश यादव, संजय यादव समेत दर्जनों किसानों ने कहा कि ¨सचाई की व्यवस्था के लिए सरकार द्वारा बनाए गए नहर में यदि समय से पानी छोड़ा जाए तो उससे काफी हद तक किसानों को लाभ मिल सकता है लेकिन ¨सचाई विभाग के कर्मी की मनमानी के कारण उसमें समय पर पानी नहीं छोड़ा जाता है अभी धान के पटवन का समय है तो नहर सूखा हुआ है और जब रबी के फसल में पानी की आवश्यकता कम रहती है तो उस समय नहर में पानी अधिक छोड़ा जाता है।