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निष्पादन के लिए लंबित है 84 हजार किसानों का आवेदन

सहरसा। राज्य सरकार ने गत वर्ष पेश किए बजट में किसानों पर विशेष कृपा दिखाई। कृषि में व्यापक

By JagranEdited By: Published: Fri, 03 Jul 2020 04:47 PM (IST)Updated: Fri, 03 Jul 2020 04:47 PM (IST)
निष्पादन के लिए लंबित है 84 हजार किसानों का आवेदन
निष्पादन के लिए लंबित है 84 हजार किसानों का आवेदन

सहरसा। राज्य सरकार ने गत वर्ष पेश किए बजट में किसानों पर विशेष कृपा दिखाई। कृषि में व्यापक निवेश किए जाने का प्रावधान किया है। कोरोना वायरस संक्रमण और लॉकडाउन की अवधि में त्वरित गति से किसान सम्मान योजना की राशि भुगतान का निर्देश दिया गया, परंतु सहरसा जिले में इस योजना की गति अभी काफी धीमी है।

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किसान सम्मान योजना के प्रारंभ हुए 19 महीने बीत गए, परंतु प्रशासनिक उदासीनता और प्रचार-प्रसार के अभाव में कोसी प्रभावित सहरसा जिले के अधिकांश किसान योजना के लाभ से वंचित हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के पंजीकरण की गति जहां धीमी है, वहां इसके निष्पादन की स्थिति चिताजनक है। सहरसा जिले में अबतक दो लाख 96 हजार 860 किसानों ने आवेदन दिया। उनमें से अबतक सीओ स्तर पर दो लाख 47 हजार 277 और अपर समाहर्ता स्तर पर दो लाख दस हजार 140 आवेदन स्वीकृत हुआ। सीओ स्तर पर 15325 और एडीएम स्तर पर 4970 आवेदन निरस्त किया गया। बावजूद इसके महीने पूर्व आवेदन देने वाले लगभग 84 हजार किसानों का आवेदन लंबित पड़ा हुआ है। योजना प्रारंभ होने से पहले प्रथम चरण में जिन किसानों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया उनके कागजातों के सत्यापन के लिए जिलाधिकारी ने समाहरणालय में ही शिविर आयोजित कराया। जिससे योजना प्रारंभ होने के दिन तक तीन हजार तीन सौ किसानों का आवेदन प्रधानमंत्री पोर्टल तक अग्रसारित हुआ। उसके बाद इस कार्य में लगातार सुस्ती चल रही है। दोबारा जिला प्रशासन के स्तर से मजबूत पहल नहीं किया। जिससे किसान आवेदन तो कर रहे, लेकिन वह जहां-तहां अटका रह जाता है। योजना में आ रही उदासीनता के कारण किसानों में मायूसी छाने लगी है।

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क्या कहते हैं किसान

मोहनपुर के किसान महेन्द्र यादव कहते हैं कि किसान सम्मान योजना सरकार का ऐतिहासिक फैसला है। इससे उनलोगों की उम्मीदें काफी बढ़ी थी, परंतु उनके साथ कई किसान पंजीकरण के लिए कई बार वसुधा केंद्र और साइबर कैफे दौड़कर थक गए। कभी नेटवर्क नहीं रहने तो कभी पोर्टल पर भीड़ रहने के नाम पर किसानों को लौटा दिया जाता है। धनौज के कारी महतो का कहना है कि कागजातों के सत्यापन और आवेदन अग्रसारित करने के नाम पर बेवजह देर किया जाता है जिससे आवेदन करनेवाले किसान भी लाभ से वंचित रह जाते हैं। राजस्व कर्मचारी समय पर उपलब्ध नहीं होते, इस चक्कर में बहुत से लोग योजना का लाभ लेने से वंचित रह जाएंगे। इनलोगों को कहना है कि लॉकडाउन में इस कार्य को समय पर निष्पादित करने का निर्देश दिया गया है, परंतु इस कार्य में विभागीय अधिकारी रुचि ही नहीं ले रहे हैं।

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किसानों का ऑनलाइन पंजीकरण अनवरत चल रहा है। जिन किसानों के आवेदन में सही और पर्याप्त कागजात मिल रहे हैं। उनका आवेदन शीघ्र अग्रसारित किया जा रहा है। कुछ का त्रुटि निराकरण भी हो रहा है। हजारों लंबित आवेदन का निष्पादन हो चुका है। आवेदनों के निष्पादन की प्रक्रिया निरंतर चल रही है। प्रधानमंत्री पोर्टल पर भेजे जाने के बाद संबंधित किसानों के खाते में सम्मान योजना की राशि भेजी जा रही है।

दिनेश प्रसाद सिंह,

जिला कृषि पदाधिकारी, सहरसा।


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