दो महीने से नहीं बना है एक भी ड्राइविग लाईसेंस
सहरसा। कोरोना संक्रमण के बीच लॉकडाउन-3 में सरकार कार्यालयों को खोल दिया। कार्यालय में अ
सहरसा। कोरोना संक्रमण के बीच लॉकडाउन-3 में सरकार कार्यालयों को खोल दिया। कार्यालय में आवश्यक कार्य भी संपादित किए जा रहे हैं, परंतु परिवहन विभाग कार्यालय में चालक अनुज्ञप्ति बनाने का काम लॉकडाउन प्रारंभ होने के दिन से अबतक बंद पड़ा हुआ है। इस दौरान लाइसेंस बनाने के लिए लोग आते हैं, परंतु न तो उनके आवेदन का चालान कटता है और न ही दक्षता जांच के लिए लोगों को बुलाया ही जा रहा है। हर दिन दो-चार लोग पता करने आते हैं और लौटकर चले जाते हैं।
डीटीओ कार्यालय लॉकडाउन थ्री के दौरान खुल तो गया, परंतु यहां सिर्फ वाहनों के पंजीकरण और रोड टैक्स जमा करने का कार्य ही चल रहा है। लॉकडाउन प्रारंभ होने से अबतक चालक अनुज्ञप्ति हेतु एक भी आवेदन नहीं लिया गया। लॉकडाउन थ्री के बाद डीटीओ को अन्तर्राज्यीय वाहन पास निर्गत करने का जिम्मेवारी सौंपी गई। उनके कार्यालय के अधिकांश कर्मियों का समय भी उसी में बीत रहा है। चालक लाइसेंस बनाने का कार्य कोरोना संक्रमण प्रारंभ होने से ही काफी धीमा चल रहा है। अधिकारियों की व्यस्तता के कारण दक्षता जांच की तिथि फरवरी से मार्च तक कई बार स्थगित की गई। इस दरम्यान 87 लोगों का लर्निग लाईसेंस बना। लॉकडाउन प्रारंभ होने के बाद तो आवेदन पर ही रोक लगा दी गई।
---------------
कोट
लॉकडाउन के दौरान चूंकि शोरूम को सप्ताह में दो दिन खोलने का आदेश दिया गया, इसलिए रोड टैक्स के साथ-साथ पंजीकरण का कार्य भी चल रहा है। ड्राइविग लाइसेंस बनाने के लिए कोई आदेश प्राप्त नहीं हुआ है। इसलिए यह कार्य अभी नहीं हो रहा है।
राकेश कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी, सहरसा।