योजनाओं का प्रचार प्रसार करें विभागीय अधिकारी
सहरसा। गुरुवार को समाहरणालय सभाकक्ष में जिलाधिकारी कौशल कुमार की अध्यक्षता में कृषि आधा
सहरसा। गुरुवार को समाहरणालय सभाकक्ष में जिलाधिकारी कौशल कुमार की अध्यक्षता में कृषि आधारभूत संरचना निधि योजना एवं कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) निर्माण एवं संवर्द्धन योजना अन्तर्गत जिला स्तरीय अनुश्रवण समिति की प्रथम बैठक हुई। बैठक में कृषि एवं सहकारिता विभाग भारत सरकार, किसान कल्याण विभाग की दोनो योजनाओं के बारे में डीडीएम नाबार्ड पंकज कुमार ने प्रजेटेंशन के माध्यम से इसके उद्देश्यों, दिशा- निर्देशों तथा जिला स्तरीय अनुश्रवण समिति के कार्य दायित्व के बारे में जानकारी दी। डीएम ने इससे संबंधित विभागों को योजनाओं के व्यापक प्रचार- प्रसार का निर्देश दिया।
प्रजेंटेशन के माध्यम से डीडीएम नाबार्ड ने सभी सदस्यों को अवगत कराया कि कृषि आधारभूत संरचना निधि योजना (एआईएफ) के अन्तर्गत पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट, प्रोडक्ट्स जैसे गोदाम, पैकिग हाउस, कोल्ड चेन, सोर्टिंग एवं ग्रेडिग इकाईयां प्राथमिक प्रसंस्करण केंद्र भारत सरकार के द्वारा प्रतिवर्ष तीन प्रतिशत ब्याज पर सुक्षम एवं लघु उद्योग लगाने के लिए दो करोड़ तक ऋण दिया जा सकेगा। इसी प्रकार कृषि आधारभूत संरचना निधि स्कीम के अन्तर्गत नाबार्ड द्वारा प्राथमिक कृषि साख समितियों को जिला सहकारी बैंक के माध्यम से चार प्रतिशत ब्याज पर तीन प्रतिशत अनुदान ब्याज लाभ प्राप्त होगा। डीएम ने कहा कि यह योजना काफी महत्वपूर्ण है। इससे निश्चित ही कृषि अनुषंगी क्षेत्र का विकास होगा। नई कृषि आधारभूत संरचनाओं का भी सृजन और संवर्द्धन होगा। डीडीएम नावार्ड के प्रस्ताव पर दो उत्पाद कलस्टर एवं ब्लॉक का हेतु विचार मांगा गया। सदस्यों ने मकई हेतु सलखुआ, मखाना हेतु नौहट्टा व महिषी, आम हेतु सिमरीबख्तियारपुर एवं सत्तरकटैया का सुझाव दिया, जिसे सर्वसम्मति से पारित कर एफपीओ बनाने हेतु अनुशंसा की गई। डीएम ने योजनाओं का प्रचार- प्रसार कर अधिक से अधिक लाभुकों को जोड़ने का निर्देश दिया। बैठक में डीडीसी राजेश कुमार सिंह, वरीय उपसमाहर्ता बैंकिग, डीसीओ , महाप्रबंधक उद्योग, परियोजना निदेशक आत्मा समेत जिला स्तरीय समिति के सदस्यगण मौजूद रहे।