चुनाव नहीं होने से बाधित है कई पैक्सों का कार्य
सहरसा। वर्ष 2019 में सहकारी समितियों के होनेवाले चुनाव के लिए निर्वाचन डिमांड ड्राफ्ट जमा नह
सहरसा। वर्ष 2019 में सहकारी समितियों के होनेवाले चुनाव के लिए निर्वाचन डिमांड ड्राफ्ट जमा नहीं करनेवाले समिति का चुनाव नहीं हो सका। फलस्वरूप इस पैक्सों के अधीन आनेवाले किसान सभी तरह की सुविधाओं से वंचित है। निर्वाचन प्राधिकार की समीक्षा और स्थानीय स्तर पर की गई कड़ाई के बाद जिले के अन्य समितियों ने तो निर्वाचन ड्राफ्ट जमा कर दिया है, परंतु सौरबाजार प्रखंड के रौताखेम, पतरघट प्रखंड के विशनपुर, गोलमा पश्चिम और महिषी प्रखंड के ऐना के पैक्स अध्यक्षों ने निर्वाचन डिमांड ड्राफ्ट जमा नहीं किया, इससे इन समितियों का चुनाव नहीं हो सका। इन समितियों के तत्काल धान खरीद पर रोक लगाई गई है। शीघ्र ही अन्य व्यवसाय प्रभावित होगा। जबकि कहरा प्रखंड के दिवारी पैक्स के पूर्व अध्यक्ष की मृत्यु हो जाने और बकाए का भुगतान नहीं होने के कारण चुनाव होने के बाद भी इस पैक्स के अधीन आनेवाले किसान अपने पैक्स में धान नहीं बेच पा रहे हैं। अन्य सुविधा से भी वंचित होंगे इन पंचायतों के किसान
जिन समितियों का चुनाव नहीं होगा,उस समिति के अधीन आनेवाले किसानों को सहकारिता विभाग से संबंधित कोई लाभ नहीं मिल पाएगा। इन पंचायतों के किसान के धान, गेहूं के लिए अधिप्राप्ति केंद्र की सुविधा नहीं होगी। किसानों को रियायती दर पर खाद बीज नहीं मिल सकेगा। पंचायत में राइस मिल, गोदाम आदि की सुविधा नहीं मिलेगी। जबकि दूसरे पंचायत के किसान इन सुविधाओं का लाभ ले सकेंगे। इसमें कुछ पंचायतों ने देर से निर्वाचन शुल्क जमा किया, जिसका चुनाव अगले चरण में होगा।
कोट के लिए
जिले के लगभग सभी पैक्सों ने निर्वाचन डिमांड ड्राफ्ट जमा कर दिया है, परंतु कई बार नोटिस के बावजूद कुछ पैक्सों ने यह राशि समय पर जमा नहीं की,जिसके कारण इन पैक्सों का कारोबार रोका गया है। कुछ ने बाद में राशि जमा किया, जिसके चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग को प्रस्ताव भेजा गया है। चुनाव होने तक इन पैक्सों का कारोबार अवरूद्ध रहेगा। इसके संबंधित पूर्व अध्यक्ष और प्रबंधक पर भी विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी। सैयद मशरूक आलम, डीसीओ, सहरसा।