सहरसावासियों को लौहयुक्त जल से जल्द मिलेगी मुक्ति
सहरसा। सहरसा नगर के सभी 40 वार्ड में रहने वाले लोगों को लौहमुक्त मुक्त पानी मिलने लगेगा। बि
सहरसा। सहरसा नगर के सभी 40 वार्ड में रहने वाले लोगों को लौहमुक्त मुक्त पानी मिलने लगेगा। बिहार राज्य जल पर्षद के द्वारा अटल मिशन फॉर रिज्यूविशन एंड अर्वन ट्रांसर्फोमेशन योजना (एएमआरवीटी) के तहत कार्य तेज गति से चल रहा है। इस योजना से शहर के उन 18 वार्ड में भी अधूरे कार्य को पूरा किया जाएगा जो स्टेट प्लान के तहत नहीं हो पाया था। इस कार्य हेतु एजेंसी द्वारा पाइप बिछाने का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है। अगर सबकुछ अनुकूल रहा तो आने वाले चार-पांच महीने में शहर के हर घरों को सप्लाई वाटर की सुविधा मिलेगी। प्रथम चरण में 18 वार्डो में होगी जलापूर्ति गत वर्ष राज्य योजना से शहर के 18 वार्ड में जलापूर्ति के लिए 52 किलोमीटर पाइपलाइन बिछाई गयी थी। इसमें कुछ कार्य शेष रह गया था। शेष 22 वार्डों के सर्वे के बाद कार्य प्रारंभ तेज कर दिया गया है। पाइप लाईन लगाने के साथ-साथ हाउस कनेक्शन और घरों में वाटर मीटर लगाया जाएगा। इस क्रम में अस्पताल कॉलनी और चांदनी चौक स्थित में एक-एक लाख मीटर क्षमता वाले आइआरपी प्लांट का भी उपयोग होगा। प्रथम चरण में उन 18 वार्डों की जलापूर्ति शुरू होगी। सप्लाई वाटर से क्या होगा फायदा कोसी क्षेत्र में लौहयुक्त पानी पीने के कारण बड़ी संख्या में लोग बीमार हो रहे हैं। डॉ. रंजेश कुमार सिंह कहते हैं कि इस इलाके में पेट की जितनी भी बीमारी होती है, उसका सबसे बड़ा कारण दूषित जल है। आयरनयुक्त जल के कारण लोग मलेरिया, कालाजार, पेचिस, पीलिया समेत लीवर और पेट के अनेक रोग के शिकार होते हैं। इसके कारण कैंसर रोगियों की संख्या भी बढ़ रही है। इस इलाके के लोगों को शुद्ध पेयजल मिलने लगे, तो बहुत ही समस्याओं का समाधान स्वत: हो जाएगा।
कोट हर घर नल का जल कार्यक्रम को तेजी से धरातल पर उतारने की योजना है। कार्यकारी एजेंसी द्वारा जलापूर्ति का कार्य किया जा रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही शहरवासियों को शुद्ध पेयजल मिल पाएगा।
-प्रभात रंजन, कार्यपालक पदाधिकारी, नप, सहरसा।