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सरकारी शिक्षक गायब, भाड़े के शिक्षक चला रहे विद्यालय

राजनपुर(सहरसा), संसू : दियारा क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था चौपट हो गई है। हाल यह है कि अधिकारियों की

By Edited By: Published: Mon, 24 Nov 2014 07:53 PM (IST)Updated: Mon, 24 Nov 2014 07:53 PM (IST)
सरकारी शिक्षक गायब, भाड़े के शिक्षक चला रहे विद्यालय

राजनपुर(सहरसा), संसू : दियारा क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था चौपट हो गई है। हाल यह है कि अधिकारियों की गाड़ियां वहां तक पहुंचती नहीं और समय पर ऐसे अधिकारियों तक स्कूल के संसाधन पैकेटों में पहुंच जाते हैं। यही कारण है कि कुछ विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक दूसरों को भाड़े पर रखकर पठन-पाठन चलवाते हैं।

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ऐसा ही एक विद्यालय है प्राथमिक विद्यालय फरेबा। इस सरकारी प्राथमिक विद्यालय से सालों भर सरकारी शिक्षक गायब रहते हैं। महादलित टोला में संचालित छतदार चबूतरा पर गांव के ही पढ़े-लिखे युवक रामजतन कुमार दो हजार रुपये लेकर बच्चों को पढ़ाने का काम करते हैं। ग्रामीण जगदीश महतो का पुत्र लालो महतो जो ग्रामीण शिक्षक हैं कहते हैं कि हम सालों भर से इस विद्यालय में पढ़ाने का काम करते हैं। इसके लिए मुझे दो हजार का महीना विद्यालय प्रधान द्वारा दिया जाता है।

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क्या कहते हैं ग्रामीण

ग्रामीण नागो सादा, देबु सादा, पुलिस सादा, कामो सादा, गरभु सादा, महेन्द्र सादा आदि कहते हैं कि विद्यालय से हेडमास्टर व दो महिला शिक्षक हमेशा गायब रहती है। जिसमें एक महिला शिक्षक क्षेत्र के कुख्यात अपराधी की पत्‍‌नी हैं, तो दूसरी महिला शिक्षक फौजी की पत्‍‌नी हैं। जिसके विरूद्ध न तो कोई पदाधिकारी बोलते है न कोई लोग। शिक्षिका किस कुख्यात अपराधी की पत्‍‌नी है यह बताने से ग्रामीणों ने इंकार कर दिया। लेकिन ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय में न तो कभी पोशाक की राशि बंटी है न छात्रवृत्ति की राशि। मध्याह्न भोजन भी हमेशा बंद रहता है।

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ग्रामीण शिक्षक के भरोसे ही शिक्षा

महादलित बच्चे फरेवा के ग्रामीणों का कहना है कि इस गांव के महादलित परिवार व अन्य परिवार के बच्चों की पढ़ाई का मात्र एक सहारा है। ग्रामीण शिक्षक लालो महतो अगर यह शिक्षक नहीं होता तो एक भी बच्चा क, ख, ग, भी नहीं पढ़ पाता।

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कहते हैं डीइओ

इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी नंदकिशोर राम से पूछने पर बताया कि फरेवा प्राथमिक विद्यालय के तमाम पहलुओं की जाच की जाएगी।


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