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फिर लहराया परचम : जिले की तीन बाल वैज्ञानिक बेटियां बनीं स्टेट अवार्डी

रोहतास। सच ही कहा गया है कि सूरज को दीपक दिखाया नहीं जाता परिदों को उड़ना सिखाया

By JagranEdited By: Published: Sun, 10 Nov 2019 05:54 PM (IST)Updated: Sun, 10 Nov 2019 05:54 PM (IST)
फिर लहराया परचम : जिले की तीन बाल वैज्ञानिक बेटियां बनीं स्टेट अवार्डी
फिर लहराया परचम : जिले की तीन बाल वैज्ञानिक बेटियां बनीं स्टेट अवार्डी

रोहतास। सच ही कहा गया है कि सूरज को दीपक दिखाया नहीं जाता, परिदों को उड़ना सिखाया नहीं जाता, जिनके जिगर में हो जुनून और हौसले बुलंद, वे रास्ते खुद बनाते है, उन्हें रास्ता दिखाया नहीं जाता। इसी कहावत को इसबार भी मधुबनी में आयोजित 27 वीं राज्यस्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस में जिले की तीन बेटियों (बाल वैज्ञानिकों) ने चरितार्थ कर दिखाया है। बाल वैज्ञानिक के रूप में शामिल इन तीन बेटियों को स्टेट अवार्डी के रूप में चयन किया गया है। जिसमें बाल वैज्ञानिक विज्ञान केंद्र की पूजा कुमारी, सूरज हरिजन उच्च विद्यालय की खुशी कुमारी व उच्च विद्यालय नासरीगंज की मानसी कुमारी शामिल है। पूजा केंद्रीय विद्यालय सासाराम के आठवीं ए की छात्रा है। साथ ही बाल विज्ञान कांग्रेस के सफल आयोजन में बेहतर प्रदर्शन व अहम भूमिका निभाने के एवज में अभ्युदय इंटरनेशनल स्कूल दिनारा को बेस्ट स्कूल का भी पुरस्कार दिया गया है।

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स्टेट अवार्डी छात्रा पूजा, खुशी व मानसी की माने तो हौसला बुलंद व मिशन तय हो, तो कठिन काम भी आसान हो जाता है और सफलता अवश्य मिलती है। उनका प्रयास होगा कि राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में भी सफलता हासिल कर जिले का नाम पूरे देश में रोशन करें। सफलता के पीछे किसी न किसी की प्रेरणा रहती है। सायंस फॉर सोसायटी के जिला समन्वयक सह सेवानिवृत्त शिक्षक सुदामा पांडेय के अलावा शिक्षक सत्यबंधु सिंह, विजेंद्र कुमार केसरी, पूर्व बाल वैज्ञानिक अजय कुमार, मनीष कुमार का योगदान अहम रहा और हम छात्राओं को इस लायक समझा गया।

जिला समन्वयक के मुताबिक मधुबनी में आठ से दस नवंबर तक आयोजित 27वीं राज्यस्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस में जिले से सात बाल वैज्ञानिक भाग लिए थे। जिसमें से तीन बाल वैज्ञानिक को स्टेट अवार्डी के रूप में चयन किया गया है। सबसे बड़ी खुशी की बात तो यह कि तीन स्टेट अवार्डी बेटियां हीं है, जो बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ अभियान को सबलता प्रदान कर रही हैं। कहा कि उन्नमुखीकरण कार्यशाला के बाद केरल के तिरवंतपुरम में आयोजित होने होने वाले राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में बाल वैज्ञानिक शामिल होंगे। पूजा ने आरओ से निकले बेकार पानी का संरक्षण, खुशी ने इथनॉल तेल से जैव की संरक्षण व मानसी ने फेंके गए बेकार फूल से गुलाब जल व धूप बती का निर्माण करना विषय था। जिस पर अपनी प्रस्तुती कर स्टेट अवार्डी बनने का गौरव हासिल किया। इसके अलावा समें शेरशाह सूरी इंटरस्तरीय विद्यालय के रीतु राज व आकाश तिवारी, दुर्गा उच्च विद्यालय शिवसागर की शिवानी कुमारी व अभ्युदय स्कूल बेलवईया की अनुराधा दूबे शामिल थी। जबकि गाइड शिक्षक के रूप में त्यबंधु सिंह, अजय कुमार के अलावा अभ्युदय इंटरनेशनल स्कूल दिनारा की कंचन कुमारी व रिकी कुमारी को भेजा गया था।


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