Move to Jagran APP

सोन नदी में नहाने के दौरान डूबा किशोर, दो को युवकों ने बचाया

नगर थाना क्षेत्र के शिवगंज पटिया रोड के पास सोन नदी में नहाने के दौरान एक किशोर डूब गया जबकि चिल्लाने की आवाज सुन स्थानीय युवकों ने नदी में कूदकर बचा लिया। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष सह प्रशिक्षु डीएसपी अजीत प्रताप सिंह एवं अंचलाधिकारी अनामिका कुमारी ने दल बल के साथ मौके पर पहुंच नदी में स्थानीय मछुआरों एवं गोताखोरों के माध्यम से डूबे किशोर की तलाश शुरू करा दी है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Jul 2021 09:14 PM (IST)Updated: Wed, 28 Jul 2021 09:14 PM (IST)
सोन नदी में नहाने के दौरान डूबा किशोर, दो को युवकों ने बचाया
सोन नदी में नहाने के दौरान डूबा किशोर, दो को युवकों ने बचाया

संवाद सहयोगी, डेहरी आन-सोन: रोहतास। नगर थाना क्षेत्र के शिवगंज पटिया रोड के पास सोन नदी में नहाने के दौरान एक किशोर डूब गया, जबकि चिल्लाने की आवाज सुन स्थानीय युवकों ने नदी में कूदकर बचा लिया। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष सह प्रशिक्षु डीएसपी अजीत प्रताप सिंह एवं अंचलाधिकारी अनामिका कुमारी ने दल बल के साथ मौके पर पहुंच नदी में स्थानीय मछुआरों एवं गोताखोरों के माध्यम से डूबे किशोर की तलाश शुरू करा दी है।

loksabha election banner

थानाध्यक्ष सह प्रशिक्षु डीएसपी ने बताया कि स्वजन एवं नहाने साथ गए किशोरों के अनुसार दरिहट थाना क्षेत्र के राजेश कुमार मालाकार का 14 वर्षीय पुत्र शुभम भगत शिवगंज में अपने मौसा के यहां आया हुआ था। आज उसके साथ शिवगंज निवासी स्व .सरोज भगत का 13 वर्षीय पुत्र विष्णु कुमार एवं मनोज भगत का 14 वर्षीय पुत्र टप्पू कुमार सोन नदी में नहाने गए थे। नहाने के क्रम में तीनों किशोर नदी के तेज बहाव में बहने लगे। उनके चिल्लाने पर दो युवक चिकू कुमार व धनंजय चौधरी ने डूब रहे किशोरों में विष्णु कुमार व टप्पू कुमार को किसी तरह बचा लिया, जबकि तीसरा शुभम भगत तेज धारा में बह गया और थोड़ा आगे जाकर वो डूब गया। वहीं सीओ ने बताया कि डूबे हुए किशोर को खोजने के लिए गोताखोरों की टीम को लगाया गया है। अभी खोजबीन जारी है। आगे दरिहट थाना को सूचना दे दी गई है। कहा कि जाल की मदद से भी डूबे किशोर की खोज कराई जा रही है। हालांकि अभी तक वह नहीं मिल पाया है। इस घटना के बाद परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है। स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता अनिल चौधरी, राजू चौधरी ने कहा कि यहां पर सोन नदी में खतरा का कोई संकेतक नहीं है, न कोई रोकने टोकने वाला है। जिसके चलते यहां आए दिन डूबने की घटना घटती रहती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.