दिन में सन्नाटा, रात में सरपट दौड़ रहे पत्थर लदे वाहन
रोहतास। अवैध खनन के खिलाफ चली कार्रवाई का न तो पत्थर माफियाओं को भय है, न जेल जाने का ड
रोहतास। अवैध खनन के खिलाफ चली कार्रवाई का न तो पत्थर माफियाओं को भय है, न जेल जाने का डर। तीन दिन पूर्व प्रशासन ने गोपीबिगहा व जमुहार मौजा में जितने अवैध क्रशर प्लांट को ध्वस्त किया था, उसी रात माफिया उसे स्थापित कर अपने धंधे को शुरू कर दिए हैं। शाम होते ही अवैध पत्थर लदे सैकड़ों ट्रैक्टर क्रशर मशीनों की ओर जाते देखे जाने लगे हैं।
रात में सरपट दौड़ रहे वाहन :
गोपीबिगहा व जमुहार में अवैध क्रशरों के खिलाफ कार्रवाई के बाद भले ही दिन में अवैध पत्थर लदे वाहन का परिचालन सड़कों पर दिखाई नहीं दे रहा है, लेकिन रात में इसकी संख्या में कोई कमी नहीं आई है। रात 11 से सुबह चार बजे तक अब भी दो सौ से अधिक अवैध पत्थर लदे ट्रैक्टर व ट्रक सड़कों पर सरपट दौड़ रहे हैं। न तो उस पर पुलिस का अंकुश है, न सरकार की लगाम। बहरहाल अब यह खुल कर चर्चा होने लगी है कि इस अवैध धंधे को चालू रखने में सरकार व सफेदपोश लोगों का भरपूर सहयोग मिल रहा है।
कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति :
अवैध खनन के खिलाफ हाल के वर्ष में जितनी भी कार्रवाई हुई है, उसे सिर्फ खानापूर्ति ही मानी जा सकती है। साथ ही इसमें अधिकारियों की इच्छाशक्ति का अभाव साफ परिलक्षित हुई है। शायद यही वजह है कि अवैध पत्थर खनन में लगे माफिया में कार्रवाई से थोड़ा सा भी भय नहीं है। इसके पीछे पुलिस व प्रशासन के खुफिया तंत्र की नाकामी भी मानी जा रही है।
कहते हैं अधिकारी
अवैध पत्थर खनन व क्रशर के खिलाफ कार्रवाई को लेकर प्रशासन गंभीर है। ऐसे लोगों की सख्ती से नकेल कसी जाएगी। इस धंधे में संलिप्त लोगों को किसी हाल में बख्सा नहीं जाएगा।
अनिमेष कुमार पराशर
डीएम, रोहतास