कर्मनाशा पुल क्षतिग्रस्त होने का दंश झेल रहा है शहर, महाजाम
राष्ट्रीय राजमार्ग दो पर कर्मनाशा नदी पर बने पुल के क्षतिग्रस्त होने के एक सप्ताह बाद भी शहर जाम का दंश झेल रहा है। सुबह से लेकर देर रात तक शहर में महाजाम लगने से हर दिन शहरवासियों की फजीहत हो रही है। शनिवार को भी शहर में पुरानी जीटी रोड पर महाजाम का नजारा देखने को मिला। आलम यह कि शहर से लेकर जमुहार तक ट्रकों की कतार लगी रही।
राष्ट्रीय राजमार्ग दो पर कर्मनाशा नदी पर बने पुल के क्षतिग्रस्त होने के एक सप्ताह बाद भी शहर जाम का दंश झेल रहा है। सुबह से लेकर देर रात तक शहर में महाजाम लगने से हर दिन शहरवासियों की फजीहत हो रही है। शनिवार को भी शहर में पुरानी जीटी रोड पर महाजाम का नजारा देखने को मिला। आलम यह कि शहर से लेकर जमुहार तक ट्रकों की कतार लगी रही।
पुरानी जीटी रोड, सासाराम-आरा पथ व सासाराम-चौसा पथ पर भी भारी वाहनों की लंबी कतारें देखने को मिली। जिसके कारण बाइक व छोटे वाहनों को भी आना-जाना दुश्वार हो गया। बावजूद इसके एक घंटे तक पुलिस बल नहीं पहुंची। पुल टूटने के कारण वाराणसी की तरफ आने जाने वाले अधिकांश बालू लदे ट्रक शहर से होकर ही गुजर रहे है। इसके अलावा गया की तरफ से आने जाने वाली पर्यटक बस भी इधर से होकर गुजर रही है जो जाम की समस्या उत्पन्न कर रही है। शाम होते ही ट्रकों का रूख शहर की पुरानी जीटी रोड की तरफ होने से समस्या विकराल हो गई है। सुबह तक ट्रकों की लंबी कतार शहर में नहीं टूटने के कारण जाम की समस्या महाजाम के रूप में ले ली। नो इंट्री के समय भी समाप्त होने के बाद भी शहर में ट्रकों के आने जाने के सिलसिले को नियंत्रित करने के लिए कोई ठोस प्रशासनिक व्यवस्था नहीं दिख रही है। शहर के व्यवसायी विनोद बिहारी कहते है कि पुरानी जीटी रोड पहले से संकरा हो गई है, इससे भी परेशानी है। मुफस्सिल थाना, नगर थाना फजलगंज, धर्मशाला चौक समेत कई स्थानों पर सड़क पुरी तरह से अतिक्रमित है। सदर एसडीएम राज कुमार गुप्ता के अनुसार कर्मनाशा पुल टूटने के कारण शहर में जाम की समस्या से निबटने के लिए प्रशासनिक रणनीति बनाई गई है। शहर में जाम नहीं लगे इसको ले संबंधित थानों को निर्देश दिया गया है। बेदा में बने नए बस पड़ाव को भी जल्द शुरू किया जाएगा।