Move to Jagran APP

गूगल ब्वाय को गणित पढ़ाएंगे रोहतास के रजनीकांत

रोहतास। पूरे विश्व में गूगल ब्वाय के रूप में चर्चित कौटिल्य पंडित को रोहतास के रजनीकांत श्रीवास्तव गणित पढ़ाएंगे। रजनीकांत मैथमेटिक्स का टिप्स दे नन्हें कौटिल्य के सपनों को उड़ान देंगे। देहरादून के राजबाला के आइपीएस मेधा में कौटिल्य रजनीकांत से गणित की शिक्षा लेगा।

By Edited By: Published: Fri, 06 Jan 2017 08:03 PM (IST)Updated: Fri, 06 Jan 2017 08:03 PM (IST)

रोहतास। पूरे विश्व में गूगल ब्वाय के रूप में चर्चित कौटिल्य पंडित को रोहतास के रजनीकांत श्रीवास्तव गणित पढ़ाएंगे। रजनीकांत मैथमेटिक्स का टिप्स दे नन्हें कौटिल्य के सपनों को उड़ान देंगे। देहरादून के राजबाला के आइपीएस मेधा में कौटिल्य रजनीकांत से गणित की शिक्षा लेगा। गूगल ब्वाय के साथ-साथ उसके पिता सतीश शर्मा व दादा जयकृष्ण शर्मा ने भी इस पर अपनी सहमति प्रदान कर दी है। सदी के महानायक अमिताभ बच्चन व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर द्वारा भी कौटिल्य की मेधा का लोहा माना जा चुका है।

loksabha election banner

कौन है कौटिल्य :

कौटिल्य हरियाणा के करनाल जिले के कोहड़ गांव में जन्मा एक असाधारण प्रतिभा सम्पन्न नौ वर्षीय बच्चा है। जिसने महज 5 वर्ष 10 महीने की आयु में ही विश्व भूगोल, प्रति व्यक्ति आय, घरेलू उत्पाद व राजनीति जैसे विभिन्न विषयों से संबंधित प्रश्नों के चुटकी बजाते उत्तर देकर सबको आश्चर्यचकित कर दिया था। जहां इस उम्र में बच्चे एबीसी, कखग व नर्सरी की कविताएं रटते हैं, वहां इस बच्चे ने असाधारण रूप से अपने मानव दिमागकी क्षमता से कंप्यूटर को भी मात दे दी है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ मनोवैज्ञानिक उसकी स्मृति क्षमता का अध्ययन कर रहे हैं। 14 अक्टूबर 2013 को कौन बनेगा करोड़पति जैसे लोकप्रिय टीवी कार्यक्रम में अमिताभ बच्चन के सामने हॉटसीट पर पहुंचकर कौटिल्य ने अपनी तीक्ष्ण बुद्धि व हाजिरजवाबी का परिचय दे चुका है। विभिन्न टीवी चैनलों पर उसके कार्यक्रम देखकर लोग उसे गूगल ब्वाय तक कहने लगे हैं।

कौटिल्य को पढ़ाने को ले रजनीकांत खुश :

कौटिल्य को पढ़ाने की जिम्मेदारी मिलने से आरके श्रीवास्तव काफी खुश हैं। नटवार थाना के जमोढ़ी के रहने वाले श्रीवास्तव बिक्रमगंज में भी कई मेधा के सपनों में पंख भर रहे हैं। बचपन में पिता पारसनाथ लाल व हाल ही में बड़े भाई शिवकुमार श्रीवास्तव को खोने के गम के साथ श्रीवास्तव ने काफी संघर्ष व परेशानियों के बीच ¨जदगी जीने की कला सीखी। प्रसिद्ध शिक्षाविद व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा की पहल पर रजनी को अपनी मेधा दिखाने का मौका देहरादून में मिला। आज गूगल ब्वाय के पढ़ाने की जिम्मेवारी मिलने की बाबत कहते हैं कि कौटिल्य को पढ़ाना साधारण बात नहीं, बल्कि एक चुनौती है। कई शिक्षक से कौटिल्य ने पढ़ने से इंकार कर दिया है। लेकिन मुझसे पढ़ने की सहमति से खुद को मैं गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं।

कहते हैं कौटिल्य के पिता :

कौटिल्य के पिता सतीश शर्मा ने दूरभाष पर बताया कि कौटिल्य को आरके श्रीवास्तव की पढ़ाने की कला पसंद आ गई है और वह अब इन्हीं से शिक्षा लेगा। कौटिल्य की 12 वर्षीय बहन मृदुल व दीक्षा भी साथ ही शिक्षा लेंगी। कहा कि देश के सैकड़ों शिक्षक कौटिल्य को पढ़ाना चाहते थे। लेकिन उसको किसी से पढ़ने में रुचि नहीं दिखी।

कहता है कौटिल्य :

कौटिल्य ने जागरण को दूरभाष पर बताया कि रजनी सर से चार घंटे पढ़ाई की। मजा आया। उनके पढ़ाने का ढंग रोचक है। मैं उनसे पढूंगा। वे काफी अच्छे टीचर हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.