मौसम में उतार-चढ़ाव से बढ़ा वायरल बीमारियों का प्रकोप
जिले में मौसम का मिजाज बदल रहा है। बदलते मौसम में कभी गर्मी व कभी ठंड के साथ ।
रोहतास। जिले में मौसम का मिजाज बदल रहा है। बदलते मौसम में कभी गर्मी व कभी ठंड के साथ लोग सर्दी-जुकाम व वायरल बुखार की चपेट में आने लगे हैं। यहां तक कि बच्चे भी स्कीन एलर्जी जैसी वायरल बीमारी से परेशान हो गए हैं। जिससे सदर अस्पताल सहित जिले के सभी सरकारी व निजी चिकित्सालयों में मरीजों की भीड़ बढ़ने लगी है। जलजमाव व गंदगी ने बढ़ाई परेशानी :
शहर समेत ग्रामीण क्षेत्रों में जल जमाव व गंदगी के चलते वायरल बीमारियों ने पैर पसार लिया है। इसके चलते लोग मलेरिया, टायफाइड व डायरिया की चपेट में भी आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के तमाम दावों के बावजूद समस्या गहाराती जा रही है। वहीं अन्य प्रदेशों में काम करने गए लोग बीमारी की दशा में घर लौट इस रोग को और बढ़ा रहे हैं। नहीं हो रहा मच्छररोधी दवा का छिड़काव :
नगर परिषद व स्वास्थ्य महकमा डेंगू के लार्वा पनपने के संभावित स्थानों पर किसी भी प्रकार की दवा का छिड़काव नहीं करा रहा है। दवा छिड़काव के लिए जिम्मेवार कई विभागों में रखी मशीन वर्षों से जंग खाकर बेकार हो गई है। नगर परिषद भी दवा छिड़काव के नाम पर यदा-कदा खानापूर्ति ही करती है। जिससे शहर में मच्छरों की काफी वृद्धि हो गई है। कहते हैं चिकित्सक :
अचानक से बदले मौसम का प्रभाव लोगों की सेहत पर असर करेगा। इस मौसम में वातावरण में ज्यादा नमी आ जाती है, जिससे प्रदूषण आसानी से हवा के •ारिये फेफड़े तक पहुंचता है। लोगों में श्वांस संबंधी परेशानी भी हो सकती है। इस मौसम में एलर्जी, बुखार, निमोनिया, अस्थमा जैसी बीमारियां ज्यादा होती हैं। आने वाले दिनों में धीरे-धीरे सर्दी बढ़ेगी। इस मौसम में थोड़ी सी सावधानी रखकर अपनी सेहत को तंदुरुस्त रखा जा सकता है। इसके लिए जरूरी है कि लोग खान-पान से लेकर पहने जाने वाले कपड़ों पर खास ध्यान दें। जरा-सी भी लापरवाही सर्दी, जुकाम, बुखार, गले में खराश, पेट की बीमारियों, मोटापा व प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने जैसी दिक्कतों की वजह बन जाती है। यहां तक कि डायबिटीज भी हो सकता है। इन दिनों में तैलीय चीज खाने की वजह से वजन बहुत जल्दी बढ़ता है, इसलिए वजन पर नियंत्रण रखें।
डॉ.स्वपनिल तिवारी, विशेषज्ञ चिकित्सक