खुलेंगे पोषण पुनर्वास केंद्र, कुपोषित बच्चों को भर्ती कर कोराना के संक्रमण से बचाया जाएगा
कोरोना की रोकथाम एवं इससे बचाव को लेकर सरकार द्वारा कई अहम कदम उठाए गए हैं। इसी कड़ी में अब जिले का पोषण पुनर्वास केंद्र बंद नहीं रहेगा। इस केंद्र में बचों की भर्ती पर रोक हटा ली गई है। पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती होने वाले कुपोषित बचों एवं उनकी माताओं को कोरोना संक्रमण से बचाव किया जाएगा। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक दिशा निर्देश दिया है।
कोरोना की रोकथाम एवं इससे बचाव को लेकर सरकार द्वारा कई अहम कदम उठाए गए हैं। इसी कड़ी में अब जिले का पोषण पुनर्वास केंद्र बंद नहीं रहेगा। इस केंद्र में बच्चों की भर्ती पर रोक हटा ली गई है। पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती होने वाले कुपोषित बच्चों एवं उनकी माताओं को कोरोना संक्रमण से बचाव किया जाएगा। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक दिशा निर्देश दिया है। पोषण पुनर्वास केंद्र में सिर्फ जटिलतायुक्त कुपोषित बच्चों की भर्ती की जाएगी। इस केंद्र में कोविड-19 के प्रस्तावित मानकों के अनुसार बच्चों और उनकी माताओं का ध्यान रखा जाएगा। कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है, ताकि इन केंद्रों पर अल्प कुपोषित बच्चों व उनकी माताओं की संख्या में कमी लाई जा सके और केंद्रों के संचालन में कोई असुविधा न आए। केंद्र पर सीबीसी कम्युनिटी बेस्ड केयर एक्सटेंडर) एवं एफडी पदों की प्रक्रिया अंतिम चरण में है और शीघ्र इसे पूरा कर लिया जाएगा। इससे पोषण पुनर्वास केन्द्र में मानव बल की कमी को दूर किया जा सकेगा। संतोषप्रद कार्य करनेवाली स्वयंसेवी संस्थाओं के अनुबंध का होगा विस्तार
सिविल सर्जन डॉ. जनार्दन शर्मा ने बताया कि पोषण पुनर्वास केंद्रों का संचालन स्वयंसेवी संस्थानों द्वारा किया जा रहा है, उनके संतोषप्रद कार्य के आलोक में उनका अनुबंध 30 जून तक सशर्त बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि जिन स्वयंसेवी संस्थाओं का संचालन संतोषप्रद नहीं पाया जाता है वहां जिला स्वास्थ्य समिति के माध्यम से आवश्यक मानव बल की प्रतिनियुक्ति कर उक्त केंद्र का संचालन कराया जाएगा।