आधी आबादी के लिए सबल बनेंगी सैन्य महिला सिपाही
महिलाएं अब हर क्षेत्र में अपनी बहादुरी व सामाजिक सरोकार का परचम लहरा रही है।
रोहतास। महिलाएं अब हर क्षेत्र में अपनी बहादुरी व सामाजिक सरोकार का परचम लहरा रही हैं। स्थानीय बिहार सैन्य पुलिस दो में प्रशिक्षण के लिए पहुंची नवनियुक्त महिला सिपाहियों ने
आधी आबादी की सुरक्षा के साथ उन्हें स्वच्छ व स्वस्थ रखने के लिए भी अपनी प्रतिबद्धता जताई।
राज्य के कोने कोने से आई इन महिला सैन्य सिपाहियों ने प्रशिक्षण के लिए शनिवार से योगदान करना प्रारंभ कर दिया है। सोमवार से उनका प्रशिक्षण प्रारंभ होगा। आजतक 427 सैन्य पुलिस के महिला पुलिस ने योगदान कर लिया है।
जोश व जज्बे से भरी इन महिला सिपाहियों ने कहा कि उन्हें गर्व है कि वे आधी आबादी को सुरक्षा व अधिकार दिलाने के लिए पुलिस की वर्दी धारण की हैं। वे आधी आबादी को न केवल वाह्य बल्कि आंतरिक दुश्मन गंदगी तथा बीमारी से भी निजात दिलाने के लिए अभियान चलाएंगी।
दिया जाएगा अत्याधुनिक हथियारों का प्रशिक्षण :
यहां का सैन्य पुलिस दो राज्य का कमांडो प्रशिक्षण के लिए चयनित है। इन महिला सिपाहियों को कमांडो प्रशिक्षण देकर अपराधियों और उग्रवादियों से लड़ने की युद्ध की कला सिखाई जाएगी। यहां पूर्व से ही राज्य सैन्य पुलिस को अत्याधुनिक हथियारों के साथ साथ युद्ध कला का बेहतर प्रशिक्षण दिया जाता रहा है। यहां का फाय¨रग रेंज की गिनती राज्य के बेहतरीन फाय¨रग रेंज के रूप में की जाती है। जहां सैन्य पुलिस ही नहीं राज्य की रेल पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल के जवान भी फाय¨रग रेंज पर अपने निशानेबाजी को परखते हैं।इन महिला सिपाहियों की बहाली गत जुलाई में हुई थी। इन्हें पीटी परेड और दौड़ का प्रशिक्षण अपने बटालियन में मिल चुका है। अत्याधुनिक हथियारों के प्रशिक्षण केस सात अन्य प्रशिक्षण यहां दिए जाएंगे। नवनियुक्त प्रशिक्षु महिला सिपाहियों के प्रशिक्षण की सारी तैयारियां पूरी कर दी गई है योगदानकर्ता सिपाहियों ने आज से परिसर की सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया। उप समादेष्टा श्रीराम तिवारी ने बताया कि प्रशिक्षण के लिए योगदान करने वालों में अनुसूचित जनजाति के लिए बने स्वाभिमान बटालियन बगहा की 212, बीएमपी पांच पटना की 82, बीएमपी एक गोरखा बटालियन की एक, बीएमपी चार डुमरांव की 74 महिला आरक्षी शामिल हैं।