शहीद गरूड़ कमांडो का शव पंचतत्व में विलीन, राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
शहीद गरूड़ कमांडो ज्योति प्रकाश निराला का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव में हुआ। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में आतंकी मुठभेड़ के दौरान वीरगति प्राप्त की थी।
रोहतास [जेएनएन]। कश्मीर के बांदीपोरा जिले में आतंकी मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए बदिलाडीह निवासी एयरफोर्स गरूड़ कमांडो ज्योति प्रकाश निराला का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ सोमवार को उनके गांव में किया गया। इस दौरान एयरफोर्स बिहटा के जवानों ने गार्ड ऑफ आनर दे अपने साथी को अंतिम विदाई दी। शहीद को पिता तेजनारायण सिंह ने अपने इकलौते पुत्र को मुखाग्नि दी।
इसके पहले शहीद के पार्थिव शरीर को घर के बाहर दरवाजे पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया, जहां डीआइजी, डीएम समेत काफी संख्या में लोगों ने पुष्पचक्र अर्पित किए। शव गांव पहुंचने के इंतजार में उमड़े लोगों की आंखें सुबह से ही सड़क की ओर टिकी हुईं थी। अधिकारी से लेकर नेता तक शहीद के दरवाजे पर पहुंच शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाते रहे।
अपराह्न काल में शहीद के घर से शव यात्रा आरंभ हुई, जो पूरे गांव में भ्रमण करते हुए अंतिम संस्कार स्थल गांव के प्राथमिक विद्यालय के समीप स्थित सरकारी भूमि पर पहुंची। शवयात्रा में राज्य के उद्योग मंत्री जयकुमार सिंह, शहाबाद रेंज के डीआइजी मो. रहमान, डीएम अनिमेष कुमार पराशर, पूर्व मंत्री डॉ. कांति सिंह, पूर्व विधायक राजेश्वर राज समेत सैकड़ों लोग शामिल हुए।
इस दौरान लोग शहीद ज्योति अमर रहे, बांदीपोर के शहीद अमर रहे, वंदे मातरम, भारत माता की जय, बदिलाडीह के लाल, तूने कर दिया कमाल आदि नारे लगा रहे थे। शवयात्रा में शामिल लोगों की आंखें जहां एक तरफ अपने लाल के खोने के गम में नम रही, वहीं अपने अदम्य साहस व पराक्रम से छह आतंकियों को मार गिराने वाले इस वीर सपूत पर गर्व भी कर रहे थे। शाम लगभग पांच बजे पिता तेजनारायण सिंह ने अपनी चार वर्षीया पौत्री जिज्ञासा के साथ इकलौते शहीद पुत्र को मुखाग्नि दी।