जिले के लिए ऐतिहासिक दिन होगा सात नवंबर : बालामुरग्म
सात नवंबर को प्रस्तावित जिले को खुले में शौच मुक्त घोषित करने के कार्यक्रम को देखते ।
रोहतास। सात नवंबर को प्रस्तावित जिले को खुले में शौच मुक्त घोषित करने के कार्यक्रम को देखते हुए जीविका के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बाला मुरग्म डी ने मंगलवार को समाहरणालय स्थित डीएम कक्ष में अधिकारियों की बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की। इससे पूर्व सीईओ ने ओडीएफ बने पंचायतों व प्रखंडों का दौरा कर मिशन की अद्यतन स्थिति से रूबरू हुए।
उन्होंने कहा कि सात नवंबर का दिन जिले के लिए ऐतिहासिक होगा। उस दिन रोहतास का नाम जिले में ही नहीं पूरे बिहार के इतिहास में दर्ज होगा, जब खुले में शौच मुक्त होने का गौरव यह जिला प्राप्त करेगा। इसलिए अधिकारी हो या आम लोग। इस समारोह को भव्य बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़े।
अभियान की निरंतरता व शौचालयों की नियमित उपयोगिता बनी रहे, इस दिशा में अधिकारी आगे भी जुटे रहेंगे। इसके अलावा लोहिया स्वच्छता व स्वच्छ भारत अभियान के तहत पूर्ण रूप से बने शत फीसद शौचालयों की अनुदान राशि लाभुकों तक मिलने की भी समीक्षा की व अधिकारियों को नवनिर्मित शौचालयों का भौतिक सत्यापन कर शेष राशि भुगतान करें, ताकि लाभुक को शिकायत करने का मौका न मिले। लेकिन इस बात का भी अधिकारी ध्यान रखेंगे कि इसका लाभ कोई गलत तरीके से न लें। गलत लाभ लेने वाले लाभुकों पर भी सख्त कार्रवाई की जाए।
कहा कि राशि भुगतान करने में कोताही बरतने वाले अधिकारियों व कर्मियों को भी नहीं बख्शा जाएगा। डीएम अनिमेष कुमार पराशर ने जिला स्वच्छता समारोह को ले अब तक की गई तैयारियों से सीईओ को अवगत कराया।
कहा कि जिले के 19 में से 16 प्रखंड ओडीएफ घोषित हो चुके हैं। 30 अक्टूबर को रोहतास प्रखंड खुले में शौचमुक्त बनेगा। जबकि दिनारा व बिक्रमगंज प्रखंड को अगले माह तीन व चार को ओडीएफ घोषित किया जाना प्रस्तावित है। लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए दो को जिला स्तरीय रंगोली व तीन को दीपोत्सव प्रतियोगिता आयोजित की गई है।
जिसमें सभी पंचायत की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। उसी प्रकार पांच व छह नवंबर को गांव स्तर पर भी ये दोनों प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। सतत निगरानी के तहत अब तक जिले में खुले में शौच करते हुए एक हजार से अधिक लोग पकड़े जा चुके हैं, जिनसे उचित जुर्माना वसूलने के अलावा अन्य दंड लगाए गए हैं।
बैठक में डीडीसी हाशिम खां, एडीएम ओमप्रकाश पाल, डीआरडीए निदेशक विनोद कुमार ¨सह, ओएसडी ज्ञानेंद्र कुमार, जिला उपनिर्वाची पदाधिकारी देवव्रत मिश्र, अशोक कुमार गुप्ता, जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी किशोर कुमार आनंद, स्वच्छता के जिला समन्वयक शंभू शंकर, फीडबैक के मनु जी, डीईओ महेंद्र पोद्दार समेत जिले के तमाम अधिकारी शामिल थे।