72 घंटे बाद भी गार्ड हत्या मामले में पुलिस को नहीं मिली सुराग
रोहतास। शहर से सटे मुफस्सिल थाना क्षेत्र के लालगंज में स्थित एके ट्रांसपोर्ट एंड कंस्ट्रक्शन कंपनी क
रोहतास। शहर से सटे मुफस्सिल थाना क्षेत्र के लालगंज में स्थित एके ट्रांसपोर्ट एंड कंस्ट्रक्शन कंपनी कैंप के गार्ड शिवजी पांडेय की हत्या के 72 घंटा बीत जाने के बाद भी पुलिस इसकी गुत्थी सुलझा नहीं पाई है। हत्या को ले अभी भी रहस्य बरकरार है। हत्या का सुराग नहीं मिलने से परिजन से लेकर पुलिस दोनों परेशान हैं। हालांकि घटना के बाद से पुलिस कई पहलुओं पर जांच कर रही है। 30 साल से भी अधिक समय से स्थापित कैंप में घुसकर आखिर किस रंजिश के तहत गार्ड की जघन्य तरीके से हत्या की गई, यह पहेली बनी हुई है। गार्ड की हत्या को ले कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। बाहरी व्यक्ति या आसपास के लोगों के द्वारा ही हत्या की घटना को अंजाम दिया गया, यह पुलिस के लिए जांच का विषय है। दशहरा के भीड़भाड़ वाले दिन में ही गार्ड की हत्या को ले शक की सुई कई दिशाओं में घूम रही है। गार्ड के बेड के पास गिरी टूटी हुई चूड़ियों से भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
अपराध अनुसंधान से जुड़े विशेषज्ञों की मानें तो हो सकता है कि शातिर अपराधी पुलिस अनुसंधान को भटकाने के लिए मौके पर चूड़ी का टुकड़ा डाल दिया हो। यदि गार्ड की चौकी के पास टूटी चूड़ी हत्या में शामिल किसी महिला की है, तो वह महिला कौन थी और गार्ड से उसका क्या संबंध था। यह जांच के लिए अहम सवाल बन गया है। सूत्र बताते हैं कि गार्ड कैंप में झाड़फूक का काम भी करता था, जिसको ले उसके परिवार के लोग हमेशा मना भी करते थे। थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार कहते हैं मामले की जांच चल रही है। गार्ड के पास आनेजाने वाले लोगों के अलावा आसपास के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। कैंप के इंट्री प्वाइंट पर काफी लोग रहते हैं। उनसे भी पूछताछ में अहम जानकारी मिलने की संभावना है।