Move to Jagran APP

अनुशासन से होती है छात्रों की पहचान : डॉ. अनुराग

छात्रों की पहचान उसके अनुशासन व संस्कार से होती है। यह सबकुछ विद्यालय प्रबंधन ।

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Sep 2017 03:03 AM (IST)Updated: Fri, 15 Sep 2017 03:03 AM (IST)
अनुशासन से होती है छात्रों की पहचान : डॉ. अनुराग

रोहतास। छात्रों की पहचान उसके अनुशासन व संस्कार से होती है। यह सबकुछ विद्यालय प्रबंधन व अभिभावकों पर निर्भर करता है कि वे बच्चों को किस सांचा में ढालते हैं। केंद्रीय विद्यालय संगठन पटना परिक्षेत्र के सहायक आयुक्त डॉ. अनुराग यादव ने गुरुवार को स्थानीय केवि के सालाना निरीक्षण के दौरान यह बातें कही। इस दौरान असिस्टेंट कमिश्नर ने प्रार्थना सत्र से लेकर कक्षा संचालन तक के कार्यों में भाग ले शैक्षणिक गतिविधियों से अवगत हुए।

loksabha election banner

निरीक्षण के क्रम में सहायक आयुक्त ने विद्यालय प्रबंधन को व्यवस्था में व्याप्त खामियों को दूर करने का निर्देश दिया, ताकि छात्रों को केवि के अनुरूप बनाया जा सके। कहा कि छात्रों की पहचान के लिए परिचय पत्र होता है, जो बहुत ही अनिवार्य है। सहायक आयुक्त के आगमन पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के अलावा नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर भारतीय संस्कृति के विविध रूप का प्रदर्शन किया।

उन्होंने शिवसागर प्रखंड के करूप में बन रहे विद्यालय के भवन निर्माण का भी जायजा लिया व कार्य एजेंसी को मार्च 2018 तक इसे पूरा कराने का निर्देश दिया। असिस्टेंट कमिश्नर के साथ सीबी ¨सह, एचएस राजू ने भी स्थानीय विद्यालय के शैक्षणिक स्थिति का जायजा लिया। इस अवसर पर प्राचार्य आरपी राम समेत विद्यालय के अन्य शिक्षक उपस्थित थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.