.. दावे और हकीकत में बहुत बड़ा फासला
रोहतास। भैंसहा पंचायत डेहरी प्रखंड का निर्मल पंचायत है। लेकिन आज भी लोगों के बीच कई समस्य
रोहतास। भैंसहा पंचायत डेहरी प्रखंड का निर्मल पंचायत है। लेकिन आज भी लोगों के बीच कई समस्याएं मुंह बाए खड़ी है। इस पंचायत की तस्वीर बदलने के दावे तो खुब किए गए, परंतु दावे और हकीकत में बहुत बड़ा फासला दिख रहा है। बुधवार को दैनिक जागरण की टीम ने पंचायत का दौरा कर लोगों की समस्याओं को जाना। भैसहां के बस्तीपुर की सबसे बड़ी समस्या जल निकासी की है। यहां गली में नाली के गंदे जल का जमाव बराबर बना रहता है। हालांकि सांसद निधि से नाले का निर्माण तो हो रहा है, लेकिन पानी का निकास कहां होगा, यह अभी भी यक्ष प्रश्न बना हुआ है। पंचायत की कई सड़कें भी अधूरी पड़ी हैं।
भवन के अभाव में मंदिर में लग रही क्लास :
बुनियादी विद्यालय का भवन जर्जर है। छत गिर चुकी है, लेकिन देखने वाला कोई नहीं है। जबकि पास ही पंचायत भवन है और अक्सर वहां अधिकारियों व पंचायत प्रतिनिधियों की बैठक भी निर्मल पंचायत को लेकर होती रहती है। लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं है। सांसद, विधायक भी इस समस्या के प्रति गंभीर नहीं है। जबकि नारायणपुर गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय को आज तक अपना भवन नसीब नहीं हो सका है। बच्चे पास के ही मंदिर के बरामदे में पढ़ते हैं। यहां की मुखिया शीला देवी दूसरी बार जीत हासिल कर इस पद पर आसीन हुई हैं। उनसे लोगों को विकास की काफी उम्मीद है।
2015 में निर्मल पंचायत योजना में शामिल हुआ भैंसहां :
भैसहां पंचायत गत वर्ष निर्मल पंचायत के लिए चयनित हुई थी। इसे संपूर्ण लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत सभी घरों में शौचालय का निर्माण करा खुले में शौच मुक्त पंचायत बनाना था। हालांकि संपूर्ण रूप से यह योजना अभी अमल में नहीं आ सकी है।
कहते हैं पंचायतवासी :
-मंजू देवी ने कहा कि पंचायत में नाली, सड़क, विद्यालय भवन आदि की समस्या है। यहां सबसे बड़ी समस्या नाले की ही है। गंदे जलजमाव से लोगों को काफी परेशानी होती है। इसका स्थायी समाधान होना चाहिए।
- सुमित तिवारी कहते हैं कि सोन किनारे रहने वाले यहां के निवासी आज भी सड़क की समस्या से जूझ रहे हैं। बरसात के मौसम में तो कहीं आना जाना दूभर हो जाता है। मुखिया व अन्य जनप्रतिनिधि से लोगों को काफी उम्मीदें हैं।
- राजकुमार प्रजापति का कहना है कि सड़क के साथ नाली की भी समस्या है। पानी का निकास सही नहीं होने के कारण जलजमाव की समस्या से जूझना पड़ता है। सोलर लाइट भी नहीं जल रहा है।
- हकीम अंसारी कहते हैं कि पंचायती राज के तहत जनप्रतिनिधि तो चुने जा रहे हैं, लेकिन जनसमस्या के प्रति पूरी तरह से संवेदनशील नहीं है। सरकार द्वारा दिए गए कोष का सही ढंग से उपयोग हो, तो पंचायत की तस्वीर अवश्य बदल सकती है।
- अशोक कुमार कहते हैं कि मुखिया, बीडीसी व अन्य जनप्रतिनिधि से लोगों को काफी उम्मीदें हैं। समस्या का निराकरण वे ईमानदारी से करें, तभी पंचायत का विकास होगा।
कहती हैं मुखिया :
मुखिया शीला देवी ने कहा कि पंचायत का विकास करना उनकी पहली प्राथमिकता है। जो सड़क अधूरी पड़ी हैं, उसे अवश्य पूरा किया जाएगा। नाले की समस्या का समाधान कराने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि लोगों को गंदे जलजमाव से निजात मिल सके। अन्य समस्याओं के प्रति भी वे सजग हैं।
पंचायत की मुख्य समस्याएं :
- नाली के पानी का समुचित निकास नहीं
- गली में बराबर बना रहता जल जमाव
- जर्जर हो चुका है बुनियादी विद्यालय का भवन
- नारायणपुर विद्यालय का अबतक अपना भवन नहीं
- अबतक अधूरी पड़ीं कई सड़कें।