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सोन पुल निर्माण के लिए केंद्र सरकार ने किया राशि का आवंटन

डेहरी आनसोन अनुमंडल क्षेत्र के नौहट्टा प्रखंड के पंडुका गांव के समीप सोन नदी पर एक अरब 96 करोड़ 12 लाख रुपये की लागत से बनने वाले पुल को लेकर पुल निर्माण निगम द्वारा संविदा की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Dec 2021 11:18 PM (IST)Updated: Tue, 07 Dec 2021 11:18 PM (IST)
सोन पुल निर्माण के लिए केंद्र  सरकार ने किया राशि का आवंटन
सोन पुल निर्माण के लिए केंद्र सरकार ने किया राशि का आवंटन

रोहतास। डेहरी आनसोन अनुमंडल क्षेत्र के नौहट्टा प्रखंड के पंडुका गांव के समीप सोन नदी पर एक अरब 96 करोड़ 12 लाख रुपये की लागत से बनने वाले पुल को लेकर पुल निर्माण निगम द्वारा संविदा की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। केंद्र सरकार से राशि का आवंटन व कार्य की स्वीकृति भी मिल गई है। एकरारनामा से 24 माह के अंदर कार्य को पूरा कर लिया जाना है। पुल निर्माण करने वाली कंपनी को 10 वर्षो तक इसके देखरेख व मरम्मत का कार्य करना है। संविदा में 26 कंपनियों ने भाग लिया है, जिसकी तकनीकी बीट अक्टूबर में ही खुल गई है। जांच में सभी कंपनी के दस्तावेज सही पाए गए है। 20 किमी हो जाएगी 120 किमी की दूरी :

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पुल निर्माण हो जाने से 120 किलोमीटर की दूरी 20 किलोमीटर में बदल जाएगी। झारखंड के गढ़वा, पलामू, लातेहार सहित कई जिलों में नौहट्टा व रोहतास प्रखंड के विभिन्न गांवों से बेटी-रोटी का संबंध है। पुल निर्माण को लेकर स्थानीय सांसद छेदी पासवान ने लोकसभा में प्रश्न भी उठाया था। इसके अलावा पथ निर्माण एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मिलकर पुल को इंटरस्टेट कनेक्टिविटी में जुड़वाने का भी कार्य किया था। पुल निर्माण से होगा फायदा :

पुल निर्माण के बाद नौहट्टा व रोहतास प्रखंड से झारखंड के गढ़वा, पलामू, लातेहार समेत अन्य जिलों की दूरी 100 किलोमीटर कम हो जाएगी। इसके अलावा मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र जाने में भी समय व खर्च की बचत होगी। वर्तमान में इन जगहों पर जाने के लिए लोगों को डेहरी, औरंगाबाद होते हुए जाना पड़ता है, जिसकी दूरी 100 किलोमीटर अधिक हो जाती है।

वर्जन

पुल निर्माण को लेकर निरंतर प्रयास करता रहा हूं। 2014 लोकसभा चुनाव में पुल का निर्माण 2000 करोड़ रुपये की लागत से किए जाने का एजेंडा शामिल था, कितु किसी कारणवश इसे प्रधानमंत्री पैकेज से हटा दिया गया। अथक प्रयास के बाद इसे इंटरस्टेट कनेक्टिविटी में केंद्रीय पथ निर्माण एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के प्रयास से जोड़ा गया।

-छेदी पासवान, ंसांसद वर्जन

संविदा की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। इस वित्तीय वर्ष में कार्य प्रारंभ कर लिया जाना है। झारखंड और बिहार को जोड़ने को ले सोन नदी पर यह पहला पुल होगा। विभाग का प्रयास है कि एकरारनामा से 24 माह के अंदर निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जाए।

सुनील कुमार, उपमुख्य अभियंता

पुल निर्माण निगम, पटना


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