कैमूर पहाड़ी पर बसे गांवों में चलाया जागरुकता अभियान
प्रखंड के कैमूर पहाड़ी पर स्थित गांवों में अधिकारियों ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए जागरूकता अभियान चलाया। इस दौरान गांवों में घूम-घूमकर लोगों को कोरोना वायरस व लॉकडाउन की जानकारी दी।
प्रखंड के कैमूर पहाड़ी पर स्थित गांवों में अधिकारियों ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए जागरूकता अभियान चलाया। इस दौरान गांवों में घूम-घूमकर लोगों को कोरोना वायरस व लॉकडाउन की जानकारी दी।
अधिकारियों ने रेहल, कुबा, पीपरडीह, सोली, चानोडीह, हरैयाडीह व बरकट्टा गांवों का दौरा किया। बताया कि तीन दिन पूर्व इन गांवों में 41 लोग दूसरे राज्य से लौट कर आए हैं। सभी की मामूली जांच रेफरल अस्पताल में हुई थी। सभी को होम क्वारंटाइन की चिकित्सक ने सलाह दी थी। पुन: बाहर से आए लोगों तथा ग्रामीणों को समझाने के लिए अधिकारी पहुंचे हैं। अधिकारियों ने डोर टू डोर जाकर बताया कि कोरोना एक खतरनाक वायरस है। इससे बचाव का उपाय एकमात्र शारीरिक दूरी बनाकर रहना है। संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से सभी लोग संक्रमण का शिकार हो जाएंगे। इसलिए प्रधानमंत्री ने चौदह अप्रैल तक देश को लॉकडाउन किया है। बाहर से जो लोग आए है, उन्हें कम से कम चौदह दिन तक अपने से अलग रखें। चौदह दिन के अंदर यदि कोई परेशानी होती है, तो तत्काल अस्पताल में संपर्क करें। प्रखंड विकास पदाधिकारी बैजू मिश्रा, सीआरपीएफ 47 वीं बटालियन के सहायक समादेष्टा सुभाषचंद्र झा ने चेतावनी भी दी कि लॉकडाउन का पालन नहीं करने पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। जो लोग बाहर से आए हैं उनके स्वास्थ्य की स्थिति प्रतिदिन अधिकारियों को देनी है, ताकि अन्य लोगों को संक्रमण से बचाया जा सके। अधिकारियों के साथ थानाध्यक्ष कृपाशंकर साह, मुखिया श्याम नारायण उरांव समाजसेवी नगीना यादव, संजीव मिश्रा, सरपंच विष्णु देव यादव समेत अन्य उपस्थित थे।