मैट्रिक कॉपी के मूल्यांकन कार्य से अलग रहने वाले 1029 शिक्षक निलंबित
पांच मार्च से जिले के आठ केंद्रों पर शुरू मैट्रिक की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार करने वाले शिक्षकों के विरुद्ध बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिग में मिले निर्देश के बाद शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को 1029 शिक्षकों को निलंबित कर दिया है जो मूल्यांकन कार्य से अब तक दूर रहे हैं।
पांच मार्च से जिले के आठ केंद्रों पर शुरू मैट्रिक की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार करने वाले शिक्षकों के विरुद्ध बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिग में मिले निर्देश के बाद शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को 1029 शिक्षकों को निलंबित कर दिया है, जो मूल्यांकन कार्य से अब तक दूर रहे हैं। साथ ही उनके विरुद्ध स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने की कार्रवाई की जाएगी। अब तक 1557 शिक्षकों को निलंबित किया जा चुका है। इसके पहले सात मार्च को 528 शिक्षकों को निलंबित करते हुए उनके विरुद्ध स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की गई थी।
डीईओ प्रेमचंद्र ने बताया कि दो दिन पूर्व मूल्यांकन को ले हुई वीसी में विभाग के अपर मुख्य सचिव ने मूल्यांकन कार्य से अलग रहने वाले सभी शिक्षकों के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। जिस आलोक में 1029 शिक्षकों को निलंबित करने की कार्रवाई की गई है। इसके पहले 528 शिक्षकों को निलंबित किया जा चुका है। कहा कि 22 मार्च तक मैट्रिक की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य चलेगा, जबकि इंटर कॉपी का मूल्यांकन कार्य समाप्त हो गया। कार्रवाई होने की भनक लगते ही शिक्षक सूची से अपना नाम हटवाने के लिए डीईओ कार्यालय का दिनभर चक्कर लगाते दिखे। कोई जिला परिषद माध्यमिक शिक्षक नियोजन इकाई के कार्यालय तो कोई शिक्षा विभाग के दफ्तर पहुंच कार्रवाई सूची की तलाश करते रहे। विभागीय व प्रशासनिक अधिकारियों ने विभिन्न केंद्रों का दौरा कर मूल्यांकन कार्य का जायजा लिया। बताते चले कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिग में अपर मुख्य सचिव ने मूल्यांकन कार्य से अलग रहने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई करने में भेदभाव बरतने को गंभीरता से लेते हुए डीईओ से स्पष्टीकरण भी पूछा था।