एक बार फिर लौट सकती है सर्वोदय आश्रम की रौनक
पूर्णिया। प्रखंड के टीकापट्टंी में सीएम के आने की संभावना को लेकर दशकों से अतिक्रमित सर्वोदय
पूर्णिया। प्रखंड के टीकापट्टंी में सीएम के आने की संभावना को लेकर दशकों से अतिक्रमित सर्वोदय आश्रम को अतिक्रमण मुक्त करने का काम शुरू हो गया है। सीएम के आगमन को देखते हुए सर्वोदयी नेताओं का मेला भी यहां लगने लगा है। सभी के बीच यह बात चर्चा का विषय बना हुआ है की आखिर इतने दिनों के बाद जिला प्रशासन ने इस जगह को खाली कराया है। इसके लिए लोग प्रशासन को धन्यवाद भी दे रहे हैं। अब यहां के लोगों के बीच यह मांग उठने लगी है कि यहां कुटीर उद्योग लगाया जाए ताकि यहा की खासकर बेरोजगार महिलाओं को रोजगार मिल सके। बताया जाता है कि जब बापू 1934 में टीकापट्टंी आए थे, तब उन्होंने यहा के लोगों से अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ लड़ने के संदेश के साथ-साथ विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार करने को कहा था तथा अपने हाथों से बनी-बनाई सामानों को व्यवहार में लाने को कहा था। इसी को लेकर तत्कालीन क्रांतिकारी मदन मंडल, विरंची मंडल, गुदर मंडल, चंद्रशेखर मंडल आदि ने दो एकड़ पचहत्तर डिसमिल जमीन दान में दिया था। उसी समय इस जमीन पर सर्वोदय आश्रम यहा के सर्वोदयी नेता बैद्यनाथ चौधरी के नेतृत्व में बनाया गया तथा यहा लोग खादी चरखा पर सूत काटते थे तथा अपना वस्त्र बुनकर बेचते थे । खासकर इस कुटीर उद्योग से महिलाओं को काफी बल मिला था। यह सिलसिला 70 के दशक तक चला, परंतु बाद में लापरवाह खादी भंडार मैनेजर के कारण सब खत्म हो गया। यहां तक की बाद में इसकी जमीन को भी अतिक्रमण कर लिया गया।
इस संबंध में वर्त्तमान सर्वोदयी नेता सह मंत्री जैनेंद्र कुमार को 2012 में सचिव बनाया गया। तब से वे प्रयासरत थे कि इसका अतिक्रमण खत्म हो, परंतु यह नहीं हो रहा था। संयोग से मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर इसे अतिक्रमण से मुक्त कराया गया है। उम्मीद है की यहां की रौनक एक बार फिर से लौटेगी।