Move to Jagran APP

जब तक ग्रामीण महिलाएं अपने अधिकार को ले सजग नहीं होतीं, प्रयास जारी रखना होगा: डीजे

ग्रामीण महिलाएं जब तक अपने अधिकार को लेकर सजग नहीं हो जातीं तब तक प्रयास करते रहना होगा। उक्त बातें जिला और सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार किशोर प्रसाद ने महिला सशक्तिकरण कानून पर आयोजित सेमिनार में रविवार को कही।

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Dec 2021 06:48 PM (IST)Updated: Sun, 05 Dec 2021 06:48 PM (IST)
जब तक ग्रामीण महिलाएं अपने अधिकार को ले सजग नहीं होतीं, प्रयास जारी रखना होगा: डीजे

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। ग्रामीण महिलाएं जब तक अपने अधिकार को लेकर सजग नहीं हो जातीं तब तक प्रयास करते रहना होगा। उक्त बातें जिला और सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार किशोर प्रसाद ने महिला सशक्तिकरण कानून पर आयोजित सेमिनार में रविवार को कही। कार्यक्रम का आयोजन व्यवहार न्यायालय परिसर स्थित सभागार में हुआ जिसका विषय था महिलाओं के संरक्षण में कानून और अधिकार। मौके पर उन्होंने विधिक प्राधिकार के उद्देश्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर विभिन्न स्कूलों के बच्चों के बीच निबंध, चित्रकला और स्लोगन राइटिग प्रतियोगिता भी आयोजित की गई।

loksabha election banner

इस प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वाले बच्चों को प्रमाण पत्र और पुरस्कार वितरित किया गया। प्रतियोगिता में वीडियो मेंकिग में प्रथम पुरस्कार डान बास्को स्कूल की छात्रा रितिका शर्मा, निबंध में प्रथम पुरस्कार कोमल कुमारी, उर्सलाइन स्कूल की छात्रा जीतीं। चित्रकला में प्रथम पुरस्कार शौर्यमान सिंह, एसआरडीएवी स्कूल और स्लोगन राइटिग में प्रथम पुरस्कार अंशुमान सांडिल्य एसआरडीएवी स्कूल को मिला। प्रथम पुरस्कार पाने वाले बच्चों को जिला जज ने प्रमाण पत्र और गिफ्ट प्रदान किया। अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में दो अक्टूबर से 14 नवंबर तक विधिक प्राधिकार अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।

सेमिनार में सप्तम अपर जिला जज प्रशांत कुमार झा ने कार्यक्रम को संबोधित किया। मौके पर प्रथम अपर जिला जज वलजिदर पाल और चतुर्थ अपर जिला जज कुमार अमित मनु एवं प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी रोहित कुमार भी मौजूद थे। कार्यक्रम में रिसोर्स पर्सन के रुप में वरीय अधिवक्ता कन्हैया सिंह, ला कालेज के प्राध्यापक मोनाली सागर, प्राध्यापिका संस्कृत विभाग पूर्णिया विश्वविद्यालय डा. निरुपमा राय, डा. निशा प्रकाश, अधिवक्ता दिलीप कुमार दीपक, जीनत रहमान और बबिता चौधरी ने उपस्थित आशा कार्यकर्ता, शिक्षिका, महिला पर्यवेक्षिका के बीच महिलाओं से संबंधित कानून और अधिकार के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में मंच का संचालन कृष्ण कांत वर्मा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन सचिव विधिक प्राधिकार धीरज कुमार भास्कर ने किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.