ब्रेथ एनेलाइजर के नहीं रहने से हो रही है परेशानी
पूर्णिया। ब्रेथ एनेलाइजर के नहीं रहने से पुलिस एवं उत्पाद विभाग को परेशानी हो रही है। वर्तमा
पूर्णिया। ब्रेथ एनेलाइजर के नहीं रहने से पुलिस एवं उत्पाद विभाग को परेशानी हो रही है। वर्तमान समय में अनुमंडल के सभी 10 थानों में से एक भी थाने में अल्कोहल की जाच करने के लिए ब्रेथ एनेलाइजर नहीं है। कई थानाध्यक्षों ने बताया कि नशे के शक में पकड़े गए लोगों की कागजी कार्रवाई करने में कई घटे लग जाते हैं। कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद उस व्यक्ति को थाने की जीप से पुलिस बल एवं एक अधिकारी के साथ जाच के लिए पूर्णिया भेजना पड़ता है। सभी थाने में पुलिस बल की संख्या पहले से ही कम है वहीं सभी थानों में वाहनों की भी कमी है। जो वाहन उपलब्ध हैं उसी के सहारे पूरे थाना क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था की देखरेख की जाती है। स्थिति उस वक्त और भी विकट हो जाती है जब शराब के नशे के शक में गिरफ्तार कर जाच के लिए पुलिस बल एवं एक अधिकारी के साथ पूर्णिया भेजा जाता है। अगर उसी दौरान उक्त थाना क्षेत्र से कहीं से कानून व्यवस्था को प्रभावित करने से संबंधित कोई सूचना आती है तो मौके पर पहुंच कार्रवाई करने में अक्सर काफी देर हो जाती है। देर से पहुंचने के कारण के बार पुलिस को आमलोगों के गुस्से का शिकार बनना पड़ता है। रुपौली प्रखंड के कई थानों की दूरी तो पूर्णिया से 50 से 90 किमी से भी ज्यादा है। कागजी कार्रवाई पूरी कर जाच के लिए पूर्णिया लेकर जाने में थाने के वाहनों को 2 से 3 घंटे तक लग जाते हैं। ऐसे में अक्सर शराब पीए हुए व्यक्ति को लेकर पूर्णिया पहुंचते- पहुंचते शरीर में अल्कोहल की मात्रा काफी हद तक कम भी हो जाती है। नशे के आरोप में पकड़े गए व्यक्ति को पुलिस को एक बार नशे की पुष्टि हेतु जाच एवं उसके बाद थाने लाने के बाद कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद पुन: जेल पहुंचाने के लिए पूर्णिया भेजना पड़ता है। ब्रेथ एनेलाइजर का नहीं रहना थानों के लिए सिरदर्द बना हुआ है वहीं संसाधनों के अभाव के कारण पूर्ण शराबबंदी कानून की पूर्ण सफलता भी अनुमंडल में लगातार प्रभावित हो रही है।