Move to Jagran APP

अनुमंडलीय अस्पताल में टॉर्च की रोशनी में मरीजों का होता है इलाज

पूर्णिया। नीति आयोग की संयुक्त सचिव और जिलाधिकारी ने 12 जुलाई को जिस अनुमंडलीय अस्पताल का ि

By JagranEdited By: Published: Sun, 15 Jul 2018 11:46 PM (IST)Updated: Sun, 15 Jul 2018 11:46 PM (IST)
अनुमंडलीय अस्पताल में टॉर्च की रोशनी में मरीजों का होता है इलाज
अनुमंडलीय अस्पताल में टॉर्च की रोशनी में मरीजों का होता है इलाज

पूर्णिया। नीति आयोग की संयुक्त सचिव और जिलाधिकारी ने 12 जुलाई को जिस अनुमंडलीय अस्पताल का निरीक्षण करते हुए अस्पताल में व्याप्त कुव्यवस्थाओं पर अस्पताल प्रबंधक को कड़ी फटकार लगाते हुए सुधार लाने का सख्त निर्देश दिया था। उसी अनुमंडलीय अस्पताल में निरीक्षण के एक दिन बाद यानी 13 जुलाई की रात्रि गोलीकांड में घायल हुए सीएसपी संचालक का इलाज मोबाइल और टॉर्च की रोशनी में किया गया।

loksabha election banner

बताते चले कि 13 जुलाई की देर शाम अपराधियों ने ईटहरी गांव के सीएसपी संचालक को लूट में असफल होने के बाद गोली मार दी थी। जिसके बाद उन्हें पुलिस द्वारा अनुमंडलीय अस्पताल धमदाहा के आपातकालीन वार्ड में भर्ती करवाया गया था। जहां उनका इलाज टॉर्च की रोशनी में डॉक्टरों को करना पड़ा। इस पूरे मामले पर स्थानीय लोगों सहित घायल सीएसपी संचालक के परिजन ने आपत्ति जताते हुए बताया कि मरीजों को समुचित स्वास्थ्य लाभ देने के नाम पर जिस अस्पताल पर सरकार लाखों रुपये हर महीने खर्च करती है उस अस्पताल में रोशनी की समुचित व्यवस्था तक रोगियों को नसीब नहीं हो पाती है तो इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां रोगियों का किस तरह से इलाज किया जाता होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.