छात्र-छात्राएं परेशान, नहीं हुआ शौचालय का निर्माण
पूर्णिया। सरकार के लाख कोशिशों के बावजूद प्रखंड के सैकड़ों विद्यालय के हजारों बच्चे आज भ
पूर्णिया। सरकार के लाख कोशिशों के बावजूद प्रखंड के सैकड़ों विद्यालय के हजारों बच्चे आज भी शौचालय जैसी मूलभूत सुविधा से वंचित हैं। धमदाहा प्रखंड में कुल प्राथमिक, मध्य एवं उत्क्रमित उच्च विद्यालय की संख्या 197 है। विद्यालयों में स्वच्छता अभियान के तहत शौचालय बनाने के नाम पर करोड़ों रुपये की राशि सरकार द्वारा पानी की तरह बहाया गया बावजूद इसके अबतक 61 विद्यालय शौचालय विहीन हैं। बाकी बचे विद्यालय में अगर शौचालय की व्यवस्था है तो वह भी इस्तेमाल करने लायक नहीं है।
विद्यालयों में शौचालय नहीं रहने के कारण विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र खासकर छात्राओं एवं शिक्षिकाओं को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। सरकार के लाख कोशिशों के बावजूद आज भी विद्यालयों में बेटियों की उपस्थिति काफी कम रहती है। इसका एक प्रमुख कारण शौचालय का नहीं रहना भी है।
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फोटो15 पीआरएन:-53
एक तरफ सरकार हर घर में शौचालय बनवाकर समाज को खुले में शौचमुक्त करने का अभियान चला रही है। वहीं दूसरी तरफ सरकारी विद्यालयों में शौचालय का नहीं होना, सरकार के इस अभियान को मुंह चिढ़ा रहा है इसलिए सरकार को चाहिए कि सभी विद्यालयों में अनिवार्य रूप से शौचालय का निर्माण करवाने पर जोर दिया जाए।
अजय झा
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फोटो15 पीआरएन:-54
सरकार के लाख कोशिशों के बावजूद आज भी 61 विद्यालयों में शौचालय नहीं बन पाया है। जिन विद्यालयों में शौचालय है भी तो उनमें से अधिकतर इस्तेमाल करने लायक नहीं है। शिक्षा विभाग को चाहिए की इसे प्राथमिकता के तौर विद्यालयों में शौचालय की स्थिति को सुधारे।
बूटन कुमार
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फोटो15 पीआरएन:-55
विद्यालयों में शौचालय का वर्तमान आंकड़ा काफी शर्मनाक है। यह और भी शर्मनाक है क्योंकि सरकार स्वच्छ भारत मिशन के तहत हर परिवार को खुले में शौच से आजादी दिलाने का दावा करती नजर आ रही है तो वहीं दूसरी तरफ विद्यालयों में पढ़ने जाने वाली छात्रा एवं शिक्षिकाओं को शौचालय नहीं रहने के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
संदीप यादव
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हमारे गांव वंशी पुरंदाहा के विद्यालय में शौचालय नहीं है। जिस कारण यहां पढ़ने वाले छात्र-छात्रओं सहित शिक्षिकाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है इसलिए सरकार एवं संबंधित विभाग को चाहिए कि अविलंब प्रत्येक विद्यालय में शौचालय की समुचित व्यवस्था मुहैया करवाए।
विनय ¨सह
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जिन विद्यालयों में शौचालय नहीं है उसकी सूची बीआरसी कार्यालय से मंगाकर इस संबंध में वरीय अधिकारियों को लिखा जाएगा। जिन विद्यालयों में शौचालय जीर्ण-शीर्ण हालत में है उन विद्यालयों के प्रधान को उसे दुरुस्त करवाने का निर्देश दिया जाएगा।
डॉ. रवि रंजन, बीडीओ