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पैक्सों को नहीं मिली राशि, नहीं शुरू हो सकी जिले में धान खरीद

पूर्णिया। सरकार ने किसानों का धान एमएसपी दर पर खरीद का आदेश तो दे दिया लेकिन अभी तक प

By JagranEdited By: Published: Mon, 30 Nov 2020 07:11 PM (IST)Updated: Tue, 01 Dec 2020 12:05 AM (IST)
पैक्सों को नहीं मिली राशि, नहीं शुरू हो सकी जिले में धान खरीद
पैक्सों को नहीं मिली राशि, नहीं शुरू हो सकी जिले में धान खरीद

पूर्णिया। सरकार ने किसानों का धान एमएसपी दर पर खरीद का आदेश तो दे दिया लेकिन अभी तक पैक्सों को राशि नहीं दी गई। वहीं जिले में अभी तक पैक्सों का चयन भी नहीं हो सका है जिस कारण धान खरीद शुरू नहीं हो सकी है। जबकि किसानों के धान कटकर दरवाजे पर आ चुके हैं और उन्हें रबी फसल लगाने के लिए बीज-खाद के लिए पूंजी की आवश्यकता है। ऐसे में किसानों को औने-पौने दाम पर फसल बेचना मजबूरी बन गई है।

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179 पैक्सों का चयन के लिए भेजा गया है प्रस्ताव सरकार ने नवंबर माह से ही पैक्सों के माध्यम से धान खरीद का आदेश जारी किया था। लेकिन माह बीतने के बाद भी अभी तक विभागीय तैयारी अधूरी है। जिले में न तो मिलरों का निबंधन हो पाया है और न ही पैक्सों का चयन। सहकारिता प्रसार पदाधिकारी हरेंद्र प्रसाद कहते हैं कि धान खरीद के लिए जिले में 179 पैक्सों का चयन के लिए जिला टास्क फोर्स को प्रस्ताव भेजा गया है। वे कहते हैं कि जैसे ही टास्क फोर्स की अनुमति मिलेगी खरीद शुरू हो जाएगी। वहीं सीएमआर तैयार करने के लिए अभी तक किसी मिलर द्वारा निबंधन नहीं कराया गया है। जबकि मिलर के निबंधन और भौतिक सत्यापन के लिए कम से कम एक सप्ताह का समय लगेगा। सबसे बड़ा सवाल कि अभी तक धान खरीद के लिए पैक्सों को राशि उपलब्ध नहीं कराई गई है तो धान खरीद भला कैसे शुरू हो सकता है। सरकार ने एक दिन पहले राज्य में धान खरीद के लिए 1120 करोड़ राशि देने की घोषणा की है। लेकिन पूर्णिया में अभी तक एक रुपया भी इस मद में उपलब्ध नहीं कराया गया है। यानि अभी तक धान खरीद की सारी प्रक्रिया तक पूरी नहीं हो सकी है, ऐसे में गत साल की तरह इस वर्ष भी धान की खरीददारी में देर की आशंका है। 60 हजार मिट्रिक टन धान खरीद का है लक्ष्य:

सहकारिता विभाग ने इस बार भी धान खरीद के लिए 31 मार्च तक का समय निर्धारित किया है। इस बीच जिले में धान खरीद के लिए 60 हजार मीट्रिक टन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हालांकि अधिक किसान बढ़ने पर लक्ष्य को और बढ़ाया भी जा सकता है। पूरे राज्य में 30 लाख टन धान खरीद का लक्ष्य रखा गया है। अधिक से अधिक किसानों को इसका लाभ देने के लिए एक किसान से अधिकतम 200 क्विटल धान खरीद का निर्देश दिया गया है। वहीं रैयती किसान से 75 क्विटल धान खरीदा जा सकेगा। लेकिन अभी तक धान की खरीद शुरू नहीं की जा सकी है। 17 फीसद नमी वाले धान खरीद का ही है आदेश पैक्सों के समक्ष धान खरीद में नमी भी एक बड़ी समस्या बनी हुई है। जिले में धान फसल में नमी अधिक है लेकिन विभाग ने सिर्फ 17 फीसद वाली नमी वाले धान की खरीद का निर्देश दिया है। यहां के किसानों के धान में फिलहाल 20 से 22 फीसद नमी है। हालांकि कई किसानों ने अपने धान सूखा लिए हैं। लेकिन अधिकांश किसानों के धान में अधिक नमी है। पैक्सों को अभी तक ड्रायर भी उपलब्ध नहीं कराए जा सके हैं जिस कारण खरीददारी में परेशानी आ रही है। ऐसे में किसान अपनी फसल बिचौलियों के हाथों कम दाम में बेचने को विवश हैं। धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1835 रुपये प्रति क्विटल तय किया गया है। लेकिन बाजार में अभी किसानों को 900-1000 रुपये से अधिक नहीं मिल रहे हैं।


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