डायरिया से बचाव के लिए परिवेश को साफ रखना जरूरी : डीडीसी
पूर्णिया। डायरिया नियंत्रण पखवारा की शुरुआत सोमवार को कसबा प्रखंड के विशनपुर पंचायत के आगंनबाड़ी केंद
पूर्णिया। डायरिया नियंत्रण पखवारा की शुरुआत सोमवार को कसबा प्रखंड के विशनपुर पंचायत के आगंनबाड़ी केंद्र से की गई। डीडीसी रामशंकर ने बच्चे के माता को ओआरस की पुड़िया देकर इसकी शुरुआत की। सात जुलाई तक सघन डायरिया नियंत्रण पखवारा के अंतर्गत जिले में ओआरएस, ¨जक की टेबलेट और जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी सह नोडल पदाधिकारी डॉ. उपेंद्र तिवारी भी मौजूद थे। इसके अलावा स्थानीय मुखिया रतेश आनंद, प्रभारी चिकित्सक राजेंद्र मंडल के यूनीसेफ के कर्मी और डॉक्टर मौजूद थे। इस मौके पर डीडीसी राम शंकर ने लोगों को डायरिया से बचने के लिए परिवेश को साफ रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि ताजा खाना, शुद्ध पानी, और साफ सफाई काफी जरूरी है। डायरिया के फैलने का मुख्य कारण गंदगी और संक्रमण है। इस मौके पर डॉ. उपेंद्र तिवारी ने कहा कि डायरिया नियंत्रण के लिए यह अभियान काफी कारगर साबित होगा। इसमें दवा के साथ लोगों को साफ-सफाई आदि के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। इस अभियान में 05 वर्ष और उससे कम उम्र के सभी बच्चों के लिए एक-एक ओआरएस पैकेट वितरित किया जाएगा। करीब छह लाख 80 हजार 809 बच्चों के लिए ओआरएस वितरित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें जो बच्चे डायरिया से पीड़ित हैं वैसे बच्चे को दो ओआरएस पॉकेट दी जा रही है। डायरिया से पीड़ित बच्चों के लिए अतिरिक्त ओआरएस पॉकेट और ¨जक टेबलेट भी उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। इस दौरान सात लाख 72 हजार 68 घरों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है। जिले की 2900 आशा कार्यकर्ता घर पहुंच कर ओआरएस पॉकेट और ¨जक टेबलेट का वितरण करने की जिम्मेदारी दी जाएगी। यह सभी दवा सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और उपस्वास्थ्य केंद्रों में पहले ही उपलब्ध करा दी गई है। जिला समन्वयक उत्प्रेरक संजय कुमार दिनकर ने बताया कि स्वास्थ्य केन्द्र, उपकेन्द्र, अतिरिक्त स्वास्थ्य केन्द्र, रेफरल अस्पताल एवं सदर अस्पताल में ओआरएस, ¨जक कॉर्नर का संचालन किया जा रहा है। जिले में ऐसे 715 कॉर्नर बन हैं। इस अभियान में 4 लाख 59 हजार 380 आबादी तक पहुंचने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस दौरान 8 लाख 74 हजार 440 ¨जक टेबलेट वितरित किया जाएगा। इसमें आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका, आशा कार्यकर्ता, समेत स्वास्थ्य कर्मी शामिल हैं। वितरण का कार्य आशा द्वारा घर-घर भ्रमण करके किया जाएगा। घर भ्रमण के दौरान आशा द्वारा ओआरएस बनाने एवं सेवन की विधि की भी जानकारी दी गई। इस अभियान के क्रम में सभी विद्यालयों में बच्चों को हैंडवॉश के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है।