बड़े अरमान से पिता ने सजाई थी डोली, 8 महीने बाद ही निकली बेटी की अर्थी, जानिए
पिता ने बड़े अरमान से बेटी की डोली सजाई थी। उसे हंसी-खुशी ससुराल विदा किया था। लेकिन उसे क्या मालूम था कि आठ महीने बाद ही उसकी बेटी की अर्थी उस घर से निकलेगी।
नवादा [जेएनएन]। आठ महीने से पहले एक पिता ने बड़े ही अरमान से अपनी प्यारी बेटी की डोली सजाई थी। अपने कलेजे के टुकड़े को ससुराल विदा किया। लेकिन उसे क्या मालूम था कि जिस घर में वह अपनी बेटी को भेज रहा है, वहां से उसकी अर्थी निकलेगी? पर अफसोस, घरेलू कलह में उसकी बेटी की हत्या कर दी गई।
यह घटना है बिहार के नवादा जिले के गोविंदपुर थाना क्षेत्र का। थाना क्षेत्र के बनिया बिगहा गांव में शुक्रवार की सुबह 19 वर्षीया गुलनाज परवीन की गला दबा कर हत्या कर दी गई। ससुराल के परिजनों पर हत्या करने का आरोप है।
सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल नवादा भेज दिया। इस मामले में पुलिस ने मृतका के पति शमशेर आलम को गिरफ्तार कर लिया। मृतका की शादी करीब आठ माह पूर्व ही हुई थी।
बताया जाता है कि बनिया बिगहा गांव के पूरब टोला निवासी मो. मोबारक हुसैन ने अपनी बेटी की शादी मार्च 2017 में अपने गांव के ही पश्चिम टोला निवासी मो. निजामुद्दीन के बड़े पुत्र शमशेर आलम के साथ की थी। पिता के अनुसार शादी के बाद एक महीना सबकुछ ठीक ठाक रहा। उसके बाद दामाद बाहर चला गया।
वह हैदराबाद में प्राइवेट कंपनी में काम करता था। उसके बाहर जाने के बाद सास-ननद व अन्य परिजनों द्वारा बेटी को तंग-तबाह किया जाने लगा। दामाद 15 दिन पहले घर आया और लड़ाई झगड़ा कर हत्या कर दिया। मोहल्ला के आस पास के लोगों ने बताया कि शादी के 8 महीने में कई बार मारपीट हुई। इस दौरान 6 बार पंचायत हुआ।
मृतका की सास अनवरी खातून और ननद असगरी खातून और अख्तरी खातून से अक्सर लड़ाई-झगड़ा होता रहा। लोग बताते हैं कि कुछ दिनों पूर्व भी किरासन छिड़क कर गुलनाज की हत्या का प्रयास किया गया था। तब किसी प्रकार वह बच गई थी। मृतका के मायके के परिजनों का आरोप है कि लड़का का किसी और औरत से संबंध था, इसीलिए उसको मार दिया गया।
मामला जो भी हो पुलिस जांच में जुट गई है। थानाध्यक्ष रवि पासवान ने बताया कि मृतका के गले पर सूजन पाया गया है। ऐसे में प्रथम द्रष्टया मामला हत्या का ही प्रतीत होता है। वैसे, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति और साफ होगी।