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संतान की चाहत में सात समंदर पार के मेहमान आएंगे पूर्णिया

पूर्णिया। बच्चे के प्रति स्नेह और प्रेम भाव हर किसी का होता है। खासकर जब लोगों को अपना संतान नहीं

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Jun 2019 09:14 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jun 2019 09:14 PM (IST)
संतान की चाहत में सात समंदर पार के मेहमान आएंगे पूर्णिया

पूर्णिया। बच्चे के प्रति स्नेह और प्रेम भाव हर किसी का होता है। खासकर जब लोगों को अपना संतान नहीं होता है तो वे किसी भी जतन के लिए तैयार रहते हैं। ऐसा ही संतान प्रेम सात समंदर पार के तीन विदेशी दंपती को खींचकर पूर्णिया लाएगा। तीन अलग-अलग देश के मेहमान पूर्णिया पहुंचकर बच्चे को गोद लेकर संतान सुख प्राप्ति करेंगे। शहर के विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान के तीन बच्चों को मेहमान बनाकर सात समंदर पार ले जाएंगे। इसको लेकर यहां के विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में खास तैयारी चल रही है। संस्थान के सदस्यों में खुशी है कि पहली बार उनके यहां पले-बढ़े बच्चे इटली, स्पेन और यूएसए जाएंगे। दत्तक ग्रहण संस्थान के सामाजिक कार्यकर्ता असगर खलीफा ने बताया कि 15 दिनों के अंदर यहां के दो बच्चे इटली और स्पेन चले जाएंगे। इसमें एक बेटी इटली और एक बेटा को स्पेन के दंपती गोद लेंगे। विदेशी दंपती को गोद देने की कानूनी प्रक्रिया लगभग समाप्त हो चुकी है अब पासपोर्ट बनाने की तैयारी चल रही है। वहीं तीसरे बच्चे को यूएसए भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

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संस्थान से नौ बच्चों को दिया जा चुका है गोद

भट्ठा बाजार स्थित दत्तक ग्रहण संस्थान से अब तक नौ बच्चों को राज्य सहित राष्ट्रीय स्तर पर गोद दिया जा चुका है। विगत दो साल में यहां के बच्चों को हरियाणा, केरल, बंगाल, महाराष्ट्र, पटना, जहानाबाद व रोहतास के दंपती गोद ले चुके हैं। यहां दत्तक ग्रहण संस्थान खुलने के बाद लगातार बच्चे को कानूनी प्रक्रिया के तहत गोद दिया जा रहा है। अभी संस्थान के पास 11 बच्चे बचे हैं इसमें तीन लड़के और आठ लड़कियां हैं।

कारा वेबसाइट पर आवेदन कर ले सकते हैं बच्चे को गोद

केंद्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन अभिकरण (कारा) के वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर लोग दत्तक ग्रहण संस्थान से बच्चे को गोद ले सकते हैं। वेबसाइट के माध्यम से ही कानूनी प्रक्रिया पूरी होती है। बताया जाता है कि इसकी प्रक्रिया पूरी होने में एक से दो साल का समय लगता है। न्यायालय द्वारा प्रमाण पत्र निर्गत होने के बाद उस बच्चे को गोद दिया जाता है।

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