हरी सब्जी बिगाड़ ना दे लोगों की सेहत
पूर्णिया। फल और सब्जी को कम समय में बड़ा करने व अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में ऑक्सीटॉक्सिन दवा का प्
पूर्णिया। फल और सब्जी को कम समय में बड़ा करने व अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में ऑक्सीटॉक्सिन दवा का प्रयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है। इसका उपयोग लोगों की सेहत खराब कर सकता है। किसान कम समय में अधिक लाभ पाने के लिए फसल में तरह-तरह के हारमोन व अन्य रसायनों का प्रयोग करते हैं। कद्दू, परवल, करेला, लौकी आदि सब्जी की अच्छी पैदावार के लिए किसान ऑक्सीटॉक्सिन इंजेक्शन को पानी में मिलाकर छिड़काव कर रहे हैं। ऑक्सीटॉक्सिन पर प्रतिबंध होने के बावजूद किसान इसे दवा दुकानों से चोरी-छिपे खरीद कर प्रयोग करते हैं। इसकी कीमत काफी कम है। किसान कम लागत में अधिक मुनाफा के लिए इस फॉर्मूले का इस्तेमाल कर रहे हैं। आम के फल को पकाने के लिए कच्चे आम पर केमिकल का प्रयोग किया जाता है।
इस संबंध में पीएचसी प्रभारी डॉ. मेजर अविनाश कुमार बताते हैं कि ऑक्सीटॉक्सिीन के शरीर में जाने से शरीर का ग्रोथ अनावश्यक बढ़ने लगता है। बांझपन की संभावना बढ़ जाती है। किसानों को इस दवा का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इसका मानव स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। लोगों को सब्जी और फल खाने से पहले उसकी अच्छी तरह से साफ-सफाई के साथ-साथ एक घंटा पानी में छोड़ देना चाहिए। इससे केमिकल का असर कुछ कम हो जाता है।