मेडीसिटी न्यूरो हॉस्पीटल सील, सीएस ने की कार्रवाई
पूर्णिया। लाइन बाजार में अस्पताल और लैब के गड़बड़झाला का खेल काफी पुराना है। मंगलवार को
पूर्णिया। लाइन बाजार में अस्पताल और लैब के गड़बड़झाला का खेल काफी पुराना है। मंगलवार को लाइन बाजार स्थित मेडीसिटी न्यूरो हॉस्पिटल और सैम्सफोर्ड लैब पर सिविल सर्जन ने कार्रवाई का निर्देश दिया है। लैब ने प्राधिकृत नहीं होने के बावजूद कोविड टेस्ट किया और रिपोर्ट दी, वहीं अस्पताल गैरकानूनी रूप से बिना निबंधन के संचालित किया जा रहा था।
लाइन बाजार स्थित मेडिसीटी न्यूरो हॉस्पिटल को सिविल सर्जन ने समिति की अनुशंसा पर सील करने का निर्देश दिया है। मंगलवार को मेडिसिटी न्यूरो जो कि बिट्ठु कुमार सिंह द्वारा संचालित किया जा रहा है। वहां के एक मरीज का अनाधिकृत रूप से सेम्सफोर्ड डायग्नोनिस्टिक में कोविड जांच कराया गया। जो निगेटिव आया। मरीज की मौत अस्पताल में ही हो गई। परिजन शव को छोड़कर भाग गए। इसकी सूचना जब सिविल सर्जन को मिली तो उन्होंने डॉ. आरपी मंडल, डॉ. ओम प्रकाश साहा और संजय कुमार दिनकर की टीम गठित कर जांच के लिए भेजा। जांच दल ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट किया कि मेडिसीटी न्यू हॉस्पिटल में मृतक रितेश कुमार का शव कमरे में छिपाकर रखा गया है। उसके बाद सिविल सर्जन ने इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी को जांच टीम की रिपोर्ट के आधार पर उक्त अस्पताल को सील करने के लिए पुलिस बल और दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति करने के लिए पत्र लिखा है। साथ ही संबंधित थाने को दाह संस्कार और इससे पूर्व पोस्टमार्टम की व्यवस्था करने का निर्देश देने के लिए पत्र में लिखा है। उक्त अस्पताल को सील करने के लिए जिला वाहक जनित रोग नियंत्रक पदाधिकारी डॉ. राजेंद्र प्रसाद मंडल को प्राधिकृत किया गया है।
गौरतलब है यह अस्पताल बिना निबंधन के ही संचालित किया जा रहा है। सिविल सर्जन डॉ. एसके वर्मा ने बताया कि कोविड जांच के लिए चिह्नित निजी लैब ही जांच कर सकता हैं। सैम्सफोर्ड डायग्नोस्टिक जांच घर में कोविड जांच गैरकानूनी है। इस लैब पर भी कार्रवाई की जाएगी। उससे पहले अस्पताल को सील करने और शव के दाह संस्कार की व्यवस्था की जा रही है। परिजन को इस संबंध में सूचित किया गया है।