Move to Jagran APP

मूर्ति चोर का साक्ष्य जुटाने पटना से पहुंची फिंगर प्रिंट ब्यूरो की टीम

पूर्णिया। शहर के सहायक खजांची हाट थाना क्षेत्र के गोकुल कृष्ण ठाकुरबाड़ी से बुधवार की रात चो

By JagranEdited By: Published: Sun, 15 Mar 2020 08:03 PM (IST)Updated: Mon, 16 Mar 2020 06:16 AM (IST)
मूर्ति चोर का साक्ष्य जुटाने पटना से पहुंची फिंगर प्रिंट ब्यूरो की टीम

पूर्णिया। शहर के सहायक खजांची हाट थाना क्षेत्र के गोकुल कृष्ण ठाकुरबाड़ी से बुधवार की रात चोरी हुए अष्टधातु की बेशकीमती मूर्ति चोरों की तलाश में पुलिस के पसीने छूट रहे हैं। तमाम तकनीकी सहायता लेने के बावजूद 72 घंटा बीतने के बाद भी चोरों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। भागलपुर के फॉरेंसिक और पटना के फिंगर प्रिंट जांच टीम को भी शातिर चोरों का कोई ठोस सबूत नहीं मिल पाया है। रविवार को पटना से दो सदस्यीय फिंगर प्रिंट ब्यूरो की टीम मूर्ति चोरी मामले की जांच में पूर्णिया पहुंची। ब्यूरो टीम के अभिंदर सिंह के साथ कैमरा मैन जफार आलम ने घंटों मूर्ति गृह के अंदर भगवान के सिंहासन के आसपास उभरे निशान को देखकर उसे चिह्नित किया। केमिकल, लैंस एवं अन्य पाउडर डालकर काफी बारीकी से जांच की गई। इस दौरान एक-दो जगह छोटे-छोटे कुछ अन्य निशान भी मिले जिसे टीम ने अपने कैमरे में कैद किया। इसके बाद मंदिर के बाहर चोर द्वारा ऊपर उठाए गए सीसीटीवी कैमरे पर हाथ या अंगुली के निशान लेने का प्रयास किया गया, लेकिन टीम को कुछ खास सबूत नहीं मिल पाया। टीम के सदस्य ने बताया कि एक-दो निशान मिले हैं जो कुछ खास नहीं है। चोर काफी शातिर अंदाज में नीचे से ही मूर्ति को उठाकर चलता बना। उन्होंने बताया कि एक-दो निशान मिले हैं जिससे कुछ प्रयास किया जाएगा।

loksabha election banner

तमाम तकनीकी सहयोग के बाद भी मूर्ति चोरों के सुराग नहीं ढूंढ पा रही पुलिस

चोरों की तलाश में तमाम तकनीकी सहयोग लेने के बाद भी कोई महत्वपूर्ण साक्ष्य नहीं मिलने से पुलिस की परेशानी बढ़ी हुई है। इससे पहले बुधवार को भागलपुर से पहुंची फॉरेंसिक जांच टीम को कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिलने के बाद पुलिस ने फिंगर प्रिंट ब्यूरो से संपर्क साधा। ताकि चोरी के दौरान चोरों का कुछ साक्ष्य मिल जाने से चोरों को चिन्हित करने में आसानी हो। वहीं चोर को पकड़ने और मूर्ति बरामद बरामद नहीं होने से स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

मूर्ति चोरी घटना में संगठित गिरोह को तलाश रही पुलिस::

मूर्ति चोरी के मामले को सुलझाकर मूर्ति बरामद करना पुलिस के लिए चुनौती साबित हो रही है। पुलिस पूर्णिया सहित आसपास के जिले के मूर्ति चोरी के संगठित गिरोह के पीछे भाग रही है। वहीं स्थानीय स्तर पर पुलिस यह पता करने में जुटी है कि लाइनर की भूमिका में चोर गिरोह के सदस्यों तक मंदिर के संबंध में सभी जानकारी पहुंचाया। अष्टधातु की मूर्ति को परखने, रैकी करने, मूर्ति गृह में लगे ताला का चाभी की जानकारी रखने, सीसीटीवी कैमरा से बचने और पीछे के रास्ते भागने जैसी जानकारी साझा करने में किसी ना किसी स्थानीय लाइनर की भूमिका जरूर है। लेकिन पुलिस को अब तक के जांच में कोई भी ऐसा सुराग नहीं मिल पाया है कि लाइनर या चोर गिरोह तक पहुंचा जा सके। सीसीटीवी फुटेज से लेकर मोबाइल लोकेशन की छानबीन की गई लेकिन कुछ भी निकलकर सामने नहीं आया है। पुलिस मंदिर के दो महंत को हिरासत में लेकर पूछताछ कर छोड़ने के बाद चोर गिरोह के कई अन्य सदस्यों से भी पूछताछ की है। लेकिन अब तक चोर को पकड़े जाने और मूर्ति बरामदगी का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। पुलिस पूर्णिया सहित आसपास के जिले के मूर्ति चोर की तलाश कर रही है और अन्य जिले के पुलिस से भी संपर्क साध रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.